देहरादून। विधान सभा मे हुई नियुक्तियों मे भाजपा पर जमकर बरस रहे कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा कांग्रेस को भी कटघरे मे खड़ा करने से नही चूक रहे है। एक कार्यक्रम मे शिरकत कर रहे माहरा ने कहा कि लोकतंत्र की गरिमा पर हमले के वक्त जिन्होंने अपनी आंखें बंद कर दी वह धृतराष्ट्र है और जहाँ धृतराष्ट्र हैं वहाँ महाभारत निश्चित है। उन्होंने कहा की विधान सभा मे नियुक्तियों मे मुख्यमंत्री, मंत्री और उनके ओएसडी के सगे संबंधियों पर नौकरी बेचने के आरोप है। उन्होंने कहा की दूध का धुला कोई नही है और भाजपा के साथ हमारे दल की सरकार के अध्यक्ष पर भी आरोप है। लेकिन इस समय सभी नेताओं को युवाओं के हित मे बात रखने की जरूरत है। माहरा ने कहा की वह शुरू से ही मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे है।
दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शुरू से उधेड़बुन की स्थिति मे रहे है। रावत नियुक्तियों को कभी जायज तो कभी विधान सभा अध्यक्ष के अधिकार क्षेत्र का बताते रहे है। हालांकि वह मामले मे सीबीआई जांच के इतर सीएम, विधान सभा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की आगवाई मे एक समिति गठित कर भविष्य मे पारदर्शीता के लिए प्रावधान बनाने का सुझाव दे रहे है। हरीश रावत अपने करीबी और पूर्व मे अध्यक्ष रहे कुंजवाल का बचाव भी करते रहे है और इसी कारण वह पार्टी मे नििशाने पर भी आ रहे है।