देहरादून। उत्तराखंड विधान सभा मे भर्ती की गड़बड़ियों की जांच के लिए विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी के द्वारा 3 सदस्यीय समिति के गठन के फ़ैसले को मुख्यमंत्री और भाजपा संगठन ने उचित और जनहित मे उठाया कदम बताया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विस अध्यक्ष के फ़ैसले का स्वागत करते हुए उम्मीद जतायी कि इस फ़ैसले जांच मे सभी तथ्य सामने आएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि “मुझे पूर्ण विश्वास है कि ये जांच समिति विषय से जुड़े प्रत्येक तथ्य को स्पष्ट करेगी। हमारी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड के लिए कृतसंकल्पित है।”
झूठे परोसकर कांग्रेस बना रही निराशा का वातावरण: भट्ट
वहीं भाजपा ने कांग्रेस पर नकारात्मक राजनीति करने और आरोप प्रत्यारोप मे प्रतिस्पर्धा का वातावरण होने का आरोप लगाया है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि विधान सभा मे भर्तियों को लेकर विधान सभा अध्यक्ष ने साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इससे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के उस संकल्प की पुष्टि हुई है की भाजपा हर काल खंड की जांच को लेकर गंभीर है और सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर अडिग है।
भट्ट ने कहा कि कांग्रेस शोर मचाकर झूठ को सच साबित नही कर सकती है। जब जांच एजेंसियां निष्पक्ष रूप से सही दिशा मे कार्य कर रही है तो उन पर सवाल उठाना नैतिकता नही है। कांग्रेस का घपला घोटालों का इतिहास रहा है, लेकिन किसी भी काल खंड मे उसके द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जैसा नैतिक साहस नही दिखाया गया। चयन आयोग की जांच एसटीएफ कर रही है तो दरोगा भर्ती प्रकरण की जांच विजिलेंस को सौंपी गयी है। वहीं अब विधान सभा की भर्तियों की जांच को लेकर कमेटी गठित कर भाजपा ने जीरो टॉलरेंस के संकल्प को पुख्ता किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मे एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ से कथित बयानबीर लोगों के बीच झूठ परोसकर नकारात्मक और निराशा का वातावरण बना रहे है।
भाजपा युवाओं को न्याय दिलाने के लिए कमर कसकर खड़ी है और युवा मुख्यमंत्री धामी पहले ही कह चुके है की जहा भी गड़बड़ी होगी उसकी जांच होगी। वह भविष्य मे दोबारा ऐसा न हो इसके लिए पारदर्शी नीति के लिए जुटे है।