घटना स्थल पर बना 6 बेड का अस्थायी हॉस्पिटल
देहरादून/उत्तरकाशी। सिलक्यारा में टनल मे फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सभी उपाय किये जा रहे है। सुरंग मे श्रमिकों तक पहुंचने के लिए दिन रात रेस्क्यू अभियान जारी है।
टनल साइट में पहुंचे आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार ने निरीक्षण के उपरांत बताया कि टनल के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित है। उनके लिए ऑक्सीजन, खाने के पैकेट आदि पाइप के जरिये पहुंचाया गया है। वाकी-टाकी के जरिये मजदूरों से बात भी हुई है। आपदा सचिव ने कहा कि फंसे मजदूरों को कल रात या परसों सुबह तक पाइप के जरिये बाहर निकाले जाने की पूरी संभावना है।
एसपी उत्तरकाशी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि हरिद्वार से ह्यूम पाइप चल चुके हैं जिनके आज रात तक पहुंचने का इंतजार है। ये सपाइप वहाँ तक पहुंचेंगे जहाँ मजदूर फंसे हैं। जिसके बाद पाइप के जरिए मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा।
बताया जा रहा है कि ह्यूम पाइप की गोलाई ढाई मीटर की है।
सिलक्यारा में टनल घटना स्थल पर 6 बेड का अस्थायी अस्पताल स्थापित किया गया है। उत्तरकाशी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.सी. एस.पंवार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा घटना स्थल पर 6 बेड का अस्थाई अस्पताल स्थापित करने के साथ ही मौके पर चौबीसों घंटे मेडिकल टीमों सहित 10 एम्बुलेंस को भी तैनात किया गया है। उल्लेखनीय है कि टनल में भूधसाव होने के बाद टनल के अंदर 40 मजदूर फंसे हैं। लिहाजा तात्कालिक मेडिकल जरूरत को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।