देहरादून। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि पिटकुल में सरकार ने ऐसे अधिकारी को प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार दिया है जिसके खिलाफ ट्रांसफार्मर घोटाले की जांच लगभग 3 साल से लंबित है
पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें सांठगांठ सरकार के स्तर से हुई है। उक्त अधिकारी को लगभग 6 माह पहले ही प्रबंध निदेशक, यूपीसीएल बनाया गया, जबकि अधिकारी के खिलाफ ट्रांसफार्मर घोटाले की जांच लगभग 3 साल से लंबित है। नेगी ने कहा कि उक्त अधिकारी के पास निगम के प्रबंध निदेशक के साथ-साथ निदेशक ऑपरेशन ,परियोजना एवं वित्त की जिम्मेदारी भी दी गई हैं एवं इसके साथ साथ यूपीसीएल, एमडी की जिम्मेदारी के साथ- साथ निदेशकों की जिम्मेदारी भी अधिकारी को दी गई है। अर्थात दोनों निगम ही उक्त अधिकारी के हवाले किए गए हैं। नेगी ने कहा कि उक्त अधिकारी की लापरवाही अथवा कमीशन खोरी की वजह से प्रदेश में जानबूझकर बिजली आपूर्ति मामले में होमवर्क नहीं किया गया, जिस कारण निगम को बहुत अधिक महंगे दामों में बिजली खरीदनी पड़ी। इस षड्यंत्र की मार एवं बिजली खरीद के खेल की वजह से निगम का खजाना लुटा दिया गया। मोर्चा सरकार से मांग करता है कि निदेशकों के पद भरने की तत्काल करवाई करे और भ्रष्ट अधिकारियो को बाहर का रास्ता दिखाए। वार्ता में मोहम्मद असद ,आशीष सिंह व जाबिर हसन मौजूद थे।