देर रात्रि प्रशासन ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन, दुकाने बही, 2 लोग लापता
देहरादून। राजधानी क्षेत्र मे भादों की बौछारों ने जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया। देहरादून और आसपास के इलाकों के हालात बेहद खराब हो गए हैं। सोमवार देर रात भारी वर्षा के चलते कारलीगाढ सहस्त्रधारा में रात्रि में बादल फटने की घटना सामने आयी। रात मे ही जिला प्रशासन का रेस्क्यू एंड रिलीफ ऑपरेशन शुरू हुआ और आसपास के लोगों को रात में ही सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया। एसडीआरएफ; एनडीआरफ; लोनिवि; द्वारा साजो सामान जेसीबी उपकरण सहित रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
जिला प्रशासन द्वारा सहस्रधारा श्रेत्र से पर्यटको को सुरक्षित स्थानो पर पहुँचाया गया है।
घटना में कुछ दुकान बह गई है। दो लोग लापता बताये जा रहे हैं जिनकी खोजबीन जारी है।आपदा के दृष्टिगत जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। आईआरएस सिस्टम से जुड़े विभाग सक्रिय मोड में हैं।
नन्दा की चौकी,प्रेमनगर व मालदेवता पुल की एप्रोच रोड धंस गयी है। आवाजाही ठप हो गयी है। कई रिसॉर्ट,मकान व होटल खतरे में हैं।
सहस्त्रधारा के साथ-साथ डोईवाला में जाखन नदी रौद्र रुप में बह रही है। रानीपोखरी और माजरी ग्रांट में नदी का पानी पुल के ऊपर से बह रहा है। इसके सोंग व सुसवा नदी से भी बाढ़ जैसे हालत बने हुए है।
वहीं देहरादून के प्रेमनगर स्थित देवभूमि कॉलेज के पास भी भारी वर्षा के कारण जलभराव हुआ है. इसलिए वहां पर SDRF की टीम को भेजा गया है. तीन लोग पानी में फंस गए थे, जिन्हें रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया।
टपकेश्वर मंदिर के नीचे से बहने वाली तमसा नदी भी रौद रुद्र में दिख रही है। बताया जा रहा है कि पानी मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंच गया है।
प्रमुख मार्ग अवरुद्ध:
रायपुर-मालदेवता मार्ग: केशरवाला के पास नदी का जलस्तर बढ़ने से सड़क का लगभग 70-80 मीटर हिस्सा बह गया है, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है।
देहरादून-मसूरी मार्ग: कुठाल गेट और कई अन्य स्थानों पर मलबा आने से यह मार्ग अवरुद्ध हो गया था, जिसे पुलिस जेसीबी की मदद से खुलवा रही है।
देहरादून-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग: लालतप्पड़ में पुलिया का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने के कारण, इस राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है। वाहनों को भानियावाला और नेपाली फार्म से डायवर्ट किया जा रहा है।