देहरादून। उत्तरकाशी के ग्राम बड़ी मणि गाँव मे घास का रही महिला को निवाला बनाने वाले गुलदार को वन विभाग ने पिंजरे मे कैद कर लिया।
गत रात्रि में वह मृत कुत्ते को खाने के लालच में आकर लगाए गए पिंजरे में बंद हो गया। रेंज अधिकारी धरासू नागेंद्र रावत ने बताया की जल्दी ही हरिद्वार ले जाकर वन विभाग द्वारा गुलदार की प्रवृति का आंकलन कर इसे हरिद्वार के पार्क में छोड़ दिया जायेगा।
मणि गांव के जंगल में 13 मई को 14 दिन पहले गुलदार ने शाम को सुनीता देवी पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था । वन कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर गुलदार की तलाश शुरू कर दी थी । गुलदार के पदचिन्ह भी पाए गए। इसके बाद वन कर्मियों ने उसकी गतिविधि बड़ी मणि ,कुमराडा, मल्ली बधान गांव,के आसपास जंगल में देखी गई। ग्रामीण अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद आक्रोशित थे।इसके लिए वन विभाग द्वारा क्षेत्र में सी सी टीवी कमरे , स्टेट लाइट और बड़ी मणि व कुराड़ा के जंगलों में पिंजरा लगा कर उसमे मारा हुआ कुत्ता रख दिया था। गुरुवार को रात गुलदार पिंजरे में कैद हो गया। सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी व ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए।
धनारी पट्टी के धारकोट गांव में एक घर के कमरे में गुलदार घुस गया। ग्रामीणों ने बाहर से कमरे की कुंडी लगाकर गुलदार को कैद कर दिया।
उधर, चिन्यालीसौड़ के मल्ली गांव में गुलदार ने बुजुर्ग पर हमला कर दिया। जबकि दिचली क्षेत्र वन विभाग की टीम ने आदमखोर गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया है। जिससे क्षेत्र के लोगो ने राहत की सांस ली है।
इधर वन क्षेत्र अधिकारी नागेंद्र रावत ने बताया कि धनारी पट्टी के धारकोट गांव में एक कमरे में गुलदार घुसा था, जिसे महिला ने दरवाजे की कुंडी लगाकर कैद कर दिया। उन्होंने बताया कि टीम ने पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ लिया है। गुलदार की उम्र छह से सात माह की है। उन्होंने बताया कि दिचली क्षेत्र आदमखोर गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया गया है, जिसे हरिद्वार छोड़ा जाएगा। आक्रोशित ग्रामीणों ने पिंजरे को नही ले जाने दिया उनकी मांग थी कि ये आदमखोर गुलदार है जिसे यही उनके सामने शूटर द्वारा मारा जाना चाहिए।
शुक्रवार सुबह 7.30 बजे आदमखोर गुलदार द्वारा ग्राम सभा मल्ली के चंद्रमणि थपलियाल पर हमला कर दिया गया। हालांकि ग्रामीणों के हो हल्ला मचाने पर गुलदार भाग गया।
ग्रामीणों का कहना है की जिस गुलदार ने सुनीता पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया वो अलग गुलदार था और जिसने शुक्रवार सुबह चंद्र मानी पर हमला बोला वो अलग है। माना जा रहा है कि क्षेत्र में गुलदार की संख्या अधिक है।