
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख सहायता राशि देने की घोषणा
देहरादून। त्यूणी में कल हुए अग्निकांड और चार मासूमों की मौत के मामले मे अग्निशमन विभाग की लापरवाही सामने आने पर सीएम ने कड़ा रुख अपनाया है। राहत और बचाव कार्यों में लापरवाही पर नायब तहसीलदार को निलंबित कर दिया तथा अग्निशमन विभाग की टीम को लाइन हाजिर किया गया है। लोगो मे गम और गुस्सा है। अगर, समय पर भभकती आग पर बौछारे पड़ती तो हँसते खेलते मासूमों को जान से हाथ नही धोना पड़ता।
वहीं डीएम ने तहसीलदार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए और डीआईजी/एसएसपी देहरादून ने फायर स्टेशन त्यूनी की पूरी टीम को लाइन हाजिर कर दिया।
गौरतलब है कि अग्निशमन केंद्र घटना स्थल से महज 150 मीटर दूर है। कहा जा रहा है कि घटना स्थल पर वाहन 20 मिनट बाद पहुंचा और उस समय महज एक कमरे मे आग लगी थी। जब फायर कर्मियों ने आग बुझाना शुरू किया तो कुछ मिंट बाद ही पानी खत्म हो गया। जब वाहन पानी भरने दोबारा वापस गया तो आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी। एक घंटे बाद जब दोबारा वाहन पानी लेकर आया तो सब कुछ खत्म हो चुका था।
जिलाधिकारी सोनिका ने मृतकों के परिजनों से मिलकर उनको ढांढस बंधाया। जिलाधिकारी की निगरानी में मृतक बालिकाओं के शव को खोजने हेतु एसडीआरएफ एवं अन्य टीमों द्वारा रेस्क्यू जारी है। हालात यह है कि आगजनी के बाद अबोध बच्चो के शव भी बरामद नही हो सके हैं।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख सहायता राशि देने की घोषणा की है।