देहरादून। विधान सभा मे नियुक्त ऐसे कर्मचारी जो कि वर्षों से विधान सभा मे उपस्थित नही हुए अब अध्यक्ष के फरमान के बाद अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए पहुच गये है।
गौरतलब है कि 20 जुलाई को विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने एक आदेश मे ऐसे कर्मियो को तत्काल विधान सभा मे ड्यूटी ज्वाइन करने को कहा जो कि वर्षों से वेतन तो विधान सभा से ले रहे थे, लेकिन मूल तैनाती स्थल तक नही पहुचे। विधान सभा अध्यक्ष ने ऐसे कर्मियो को लेकर गहरी नाराजगी जतायी थी कि वेतन और सुविधा विधान सभा से तो वेतन घर वैठकर कैसे ले सकते है। ऐसे कर्मियो की संख्या 140 बतायी जा रही है।
बताया जाता है की इनमे से अधिकतर मंत्रियो, पूर्व मुख्यमंत्रियो तथा वरिष्ठ नेताओ के साथ अटैच थे। वह उनके घरों के अलावा क्षेत्र के कार्य भी देख रहे थे। जबकि उनको यह आवंटन महज कार्यालय तक ही किया जा सकता था। बताया जाता है कि वर्षों से जब इस तरह अटैच की व्यवस्था शुरू हुई तो फिर एक परिपाटी बन गयी। एक विस अध्यक्ष के कार्यकाल मे जो कर्मचारी अटैच हुए तो बाद मे चलते गये और सालो तक उन्होंने विधान सभा का रुख नही किया। इसे लेकर विस अध्यक्ष ने नाराजगी जतायी और पहले अटैचमेंट खत्म कर दिया। बताया जाता है कि शत प्रतिशत कर्मियो ने विधान सभा मे अपनी ज्वाइनिंग दे दी है।