लोक संस्कृति के गीतों से सरबोर हो गयी तीज – News Debate

लोक संस्कृति के गीतों से सरबोर हो गयी तीज

देहरादून। लोक परम्परा मे रचे बसे थड़िया, झूमेलो, चौफला और छतेली के गीतों की मधुर झंकार और रंग बिरंगी परिधानो मे सजी महिलाएँ। रिमझिम सावन की फुहारो और पारंपरिक लोक गीतों की धुनों के बीच तालियो की गड़़गड़ाहट से माहौल लोक संस्कृति के रंग मे सराबोर हो गया।

मौका था विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी के यमुना कॉलोनी स्थित शासकीय आवास भव्य कार्यक्रम हरियाली तीज का।कार्यक्रम में महिला विधायकों, आईएएस, आईपीएस अधिकारियों, मंत्रीगणों की पत्नियां उपस्थित रही। कार्यक्रम का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम का शुभारंभ कलाकारों ने गढ़वंदना के साथ किया गया, साथ ही थडिया, चौपाल, झुमेलो, छपेली की प्रस्तुति दी।

उपस्थित महिलाओं द्वारा सावन के झूले का आनंद लिया और  रंग-बिरंगे परिधानों में सज धजकर कर कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सभी ने हाथों में मेहंदी लगवाई और सावन के मनभावन गीतों पर झूम कर हरियाली तीज का स्वागत किया।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने गढ़वाली गीत “घुघती घुराण लगे म्यारा मैत्री की” की प्रस्तुति दी| कार्यक्रम के दौरान कई प्रतियोगिताएं आयोजित की गई जिसमें जीतने वाली महिलाओं को उपहार भेंट किए गए। इस दौरान सभी महिला अधिकारियों सहित सभी महिलाओं ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी की इस पहल का स्वागत किया।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हरियाली तीज भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना का पर्व है। हमारे सभी पर्व और त्योहार प्रकृति से मानव के गहरे जुड़ाव का प्रतीक हैं। उत्तराखंड में संस्कृति में तीज-त्यौहारों का विशेष महत्व रहा है। यहां के जन-जीवन और परम्पराओं में तीज-त्यौहार रचे बसे हैं। उन्होंने कहा की सभी को मिलकर मूल संस्कृति से जुड़े त्यौहारों और परम्पराओं को सहेजने का हर संभव प्रयास करना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने तीज की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि त्योहार हमारे जीवन में उत्साह एवं ताजगी लाते हैं। मिलजुल कर मनाने से खुशियां कई गुना बढ़ती हैं। पूरे समाज का वातावरण भी सुखद और सौहार्दपूर्ण हो जाता है उन्होंने कहा कि देश, राज्य और समाज की तरक्की के लिए हमें तीज-त्योहारों को मिलजुल कर मनाते हुए उनमें निहित भावना को पोषित करते रहना होगा।


मुख्यमंत्री की पत्नी गीता धामी ने कहा कि हमारे सभी त्योहारों से समाज को सीख मिलती है, अपनी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए इस प्रकार के आयोजनों का होना आवश्यक है। जिससे आने वाली पीढ़ी संस्कृति एवं संस्कारों की जानकारी मिल सके।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य, मुख्यमंत्री की पत्नी गीता धामी, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव सौजन्या, अपर सचिव नमामि बंसल, पुलिस महानिरीक्षक विमला गुंज्याल, डीजी हेल्थ शैलजा भट्ट, उपमहानिरीक्षक निवेदिता कुकरेती, एसपी सिटी सरिता डोभाल, एसपी देहात कमलेश उपाध्याय, शशि प्रभा अग्रवाल, सुमन उनियाल, सुमेधा बहुगुणा, आईपीएस जया बलूनी सहित अन्य अधिकारी गण एवं पार्टी की महिला पदाधिकारी मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *