पौड़ी(चंद्रपाल सिंह चंद) शुक्रवार को एनआईसी कक्ष में वीसी के माध्यम से आयोजित बैठक में जिलाधिकारी डॉ. चौहान ने कहा कि गंगा की स्वच्छ को मध्यनजर रखते हुए ईको टूरिज्म, फिशिंग, एकीकृत कृषि को बढ़ावा दिये जाने की आवश्यकता है ताकि नदियों की स्वच्छता के साथ साथ आर्थिक गतिविधियों के माध्यम से स्थानीय निवासियों की आर्थिकी में सुधार हो सके। जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त कोटद्वार, उपजिलाधिकारी श्रीनगर व उपजिलाधिकारी यमकेश्वर को निर्देश देते हुए कहा कि कूडा निस्तारण केन्द्र पर कूड़े का दैनिक रूप से संग्रहण, पृथक्कीकरण व निस्तारण हेतु कम्पेक्टर जैसे आवश्यक उपकरणों व बुनियादी सुविधाओं के संबंध में स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एनजीटी के दिशा निर्देशों के अनुपालन संबंधी रिर्पोट प्रभागीय वनाधिकारी के माध्यम से भेजी जायेगी।
जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त कोटद्वार व उपजिलाधिकारी श्रीनगर को निर्देश दिए कि डोर -टू -डोर कूडा संकलन के लिए तैनात वाहनों को जीपीएस से लैस किया जाए।
बैठक में संबंधित उपजिलाधिकारी व निकायों के अधिकारियों समेत वन विभाग के अधिकारी वीसी के माध्यम से बैठक में उपस्थित रहे।