देहरादून। गैंगेस्टर डॉन पीपी पांडे को अल्मोड़ा जेल में महंत पद की दीक्षा देने के मामले में पुलिस विभाग ने भी जांच बैठा दी है। मामले मे विशेष सचिव रिद्धिम अग्रवाल ने अपर महानिरीक्षक, कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवा विभाग यशवंत चौहान को जांच अधिकारी नामित किया है। प्रकरण में जेल के अंदर दीक्षा दिए जाने के संबंध में आवश्यक जांच कर एक सप्ताह में जांच आख्या शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि 5 सितम्बर को अल्मोड़ा जेल में बन्द पीपी पांडे को दीक्षा देकर कई मंदिरों का महंत बना दिया। मामले के सुर्खियों मे आने पर कई संतों और अखाड़ों की ओर से विरोध मे प्रतिक्रिया आयी। जूना अखाड़े से नाम जुड़ने के बाद जूना अखाड़े ने भी जांच बिठा दी है। संतों ने कहा कि साफ छवि के लोगों को ही धार्मिक क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति दी जानी चाहिए। जूना अखाड़े व पुलिस विभाग की जांच में जेल अधिकारी / कर्मचारियों व संतों पर गाज गिरने की संभावना है। पीपी को जेल में दीक्षा देकर मठों का उत्तराधिकारी घोषित करने की जानकारी न तो जेल प्रशासन को लग पाई और न ही पुलिस को। मामले ने तूल पकड़ा तो शासन प्रशासन मे हड़कंप मचा हुआ है।