देहरादून। एक सप्ताह पहले ही आईएफएस राहुल को राजाजी टाइगर रिजर्व का निदेशक नियुक्त करने के बाद सरकार ने उनकी नियुक्ति को निरस्त कर जिम्मेदारी से कार्यमुक्त कर दिया है। विवादों मे घिरे राहुल को कॉर्बेट पार्क के निदेशक के तौर पर उनके अनुभव को देखते हुए नियुक्ति देने की वजह बताई गयी थी। हालांकि कार्बेट टाइगर मे हुए घपले मे वह भी सीबीआई और ईडी जांच का सामना कर रहे हैं। उनको पदमुक्त करने का आदेश कल अर्थात 3 सितंबर को ही कर दिया गया था। ऐसा सुप्रीम कोर्ट मे चल रही सुनवाई के चलते माना जा रहा है।
उनकी नियुक्ति को लेकर विपक्ष ने खासा विरोध जताया था। विपक्ष का कहना था कि वह कार्बेट मे हुई गड़बड़ी मे आरोपी हैं इसलिए उन्हें राजाजी की जिम्मेदारी नही दी जानी चाहिए। हालांकि वन मंत्री सुबोध उनियाल ने नियुक्ति को सही ठहराया और कहा कि वह दोष सिद्ध नही हैं। जारी आदेश के अनुसार उन्हे फिर से पूर्व की जिम्मेदारियां को सौंपा गया है। वह मुख्य वन संरक्षक अनुकरण मूल्यांकन आईटी और आधुनिकीकरण के पद पर अब राहुल काम संभालेंगे।