देहरादून। एक नाबालिग के द्वारा उतराखंड के पुलिस महानिदेशक का फर्ज़ी टि्वटर अकाउंट बनाने का मामला सामने आया है।
साइबर क्राइम पुलिस नेफर्जी एकाउन्ट बनाये जाने वाले नाबालिग लडके की पहचान कर ली है।
उपनिरीक्षक मुकेश चन्द्र प्रभारी सोशल मीडिया सैल पुलिस मुख्यालय द्वारा थाना साइबर क्राईम मे शिकायत दर्ज करायी कि किसी अज्ञात द्वारा सोशल मीडिया ब्लाँगिग साइट ट्वीटर पर पुलिस महानिदेशक का फर्जी ट्विटर अकाउंट बनाकर पुलिस महानिदेशक के वास्तविक ट्वीटर अकाउंट पर की गयी पोस्ट को प्रतिलिपि बनाकर पोस्ट किया जा रहा है। प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये आरोपी की गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टास्क फोर्स के निर्देशन में साइबर थाने से निरीक्षक पंकज पोखरियाल के नेतृत्व में टीम गठित की गयी । फर्जी अंकाउट की जानकारी हेतु सोशल मीडिया ब्लाँगिग साइट ट्वीटर से पत्राचार किया गया तो ट्वीटर द्वारा अंकाउट धारक के URL उपलब्ध कराते हुये फर्जी अकाउंट बनाये जाते समय प्रयोग किये गये मोबाइल नम्बर प्रदान किया गया। जिस पर नम्बर की सीडीआर व कैफ सम्बन्धित दूरभाष कम्पनी से प्राप्त की गयी । प्राप्त तकनीकि जानकारी का पुलिस टीम द्वारा गहन विश्लेषण किया गया तो ज्ञात हुआ कि जिस व्यक्ति द्वारा उक्त फर्जी ट्वीटर अकाउंट बनाया गया उक्त व्यक्ति गजियाबाद उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। जिस पर पुलिस टीम तत्काल गाजियाबाद उत्तर प्रदेश रवाना हुयी ।
पुलिस टीम के सामने बहुत ही चौकाने वाला मामला सामने आया। फर्जी ट्वीटर अकाउंट गाजियाबाद उत्तर प्रदेश के 17 वर्षीय नाबालिग
के द्वारा अपने दोस्त के घर पर हुयी मारपीट में पुलिस साहयता हेतु ट्वीटर पर सर्च कर पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड की फर्जी ट्वीटर आईडी बनाकर उक्त आईडी के माध्यम से शिकायत को उत्तर प्रदेश पुलिस के ट्वीटर अकाउंट पर टैग किया गया था । 17 वर्षीय नाबिलग द्वारा प्रकरण में Prank करने की बात स्वीकार कर अपराध की जानकारी न होना बताया। मौके पर पुलिस टीम द्वारा नाबालिग बालक को इस प्रकार के कार्यो का साइबर अपराध होना बताकर जानकारी प्रदान करते हुए भविष्य में ऐसा न करने की सख्त हिदायत दी।