देहरादून। रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूट प्रकरण में पीलीभीत से गिरफ्तार “पायलट” ने शुक्रवार देर रात गहन पूछताछ व कानूनी कार्यवाही के उपरांत हथियार की रिकवरी के लिए प्रेमनगर के जंगल एरिया में पुलिस पर रिकवरी की प्रक्रिया दौरान जानलेवा हमला कर दिया। पुलिस के द्वारा बचाव मे किये गए फायर से विक्रम के पैर में गोली लग गयी। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर एक लोडेड पिस्टल बरामद की है। पुलिस अब तक घटना व साजिश में शामिल आठ बदमाशो को गिरफ्तार कर चुकी है।
रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूट प्रकरण में वांछित 04 अन्य आरोपियों की तलाश हेतु दून पुलिस तथा एसटीएफ की टीमें अलग-अलग प्रांतो में लगातार दबिशें दे रही हैं। पुलिस टीम को शुक्रवार को मुखबिर से सूचना मिली कि डकैती की घटना में शामिल एक बदमाश विक्रम कुशवाहा पीलीभीत में छुपा है, जिस पर एक एसटीएफ की पुलिस टीम द्वारा जनपद पीलीभीत में कजरी निरंजनपुर कस्बे में दबिश देकर विक्रम कुशवाहा पुत्र राम प्रवेश सिंह निवासी: ग्राम पानापुर दिलावरपुर थाना बिदुपुर, वैशाली बिहार, उम्र 34 वर्ष को गिरफ्तार किया गया। उसे पूछताछ के लिए देहरादून लाया गया। देहरादून में आरोपी से विस्तृत पूछताछ में उसके द्वारा रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में अपने अन्य साथियों के साथ डकैती की घटना को अंजाम देना तथा घटना के बाद पुलिस चैकिंग से बचने के लिये घटना में प्रयुक्त पिस्टल को प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत शिमला बाईपास रोड पर जंगल में छुपाना बताया गया।
जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त को साथ ले जाकर पिस्टल व अन्य सामान की बरामदगी के प्रयास किये गये। शिमला बाईपास से अन्दर जंगल में पिस्टल बरामदगी कराने के दौरान आरोपी द्वारा मौका देखकर पूर्व में जंगल में छुपाई गई लोडेड पिस्टल से पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने की नीयत से फायर कर दिया तथा मौके से भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस टीम द्वारा अपने बचाव में आरोपी पर जवाबी फायर किया गया। जो विक्रम के पैर पर गोली लग गई । पुलिस द्वारा मौके पर अभियुक्त को दबोचते हुए उसके पास से लोडेड पिस्टल को बरामद करते हुए अभियुक्त को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पूछताछ में अभियुक्त विक्रम कुशवाहा द्वारा बताया गया कि बिहार जेल में बंद अभियुक्त शशांक व सुबोध के कहने पर उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर रिलायंस शोरूम में डकैती की घटना को अजांम दिया था। घटना से पूर्व 31अक्टूबर को वह बिहार से अपनी गैंग के अन्य साथियो रोहित व अन्नू के साथ स्विफ्ट डिजायर कार से अम्बाला आया था, अम्बाला में उतरने के बाद वह सीधे बिजनौर पहुँचा, जहां 05/06 नवम्बर को उसे 02 व्यक्तियो द्वारा घटना में प्रयुक्त आर्टिगा गाडी दी गई थी। जिसे लेकर वह देहरादून आया था।
09 नवंबर को घटना से पूर्व प्रिंस द्वारा उसे तथा घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों को असलहे उपलब्ध कराये गये थे। घटना को अंजाम देने के लिये अभियुक्त प्रिंस, अभिषेक तथा 02 अन्य लोगों के साथ शो रूम में गया था तथा विक्रम आर्टिगा कार के साथ शो रूम के बाहर रूका था। घटना को अंजाम देने के बाद वे सभी अलग-अलग रास्तों से सहसपुर की ओर निकले तथा रास्ते में शंशाक तथा सुबोध के कहने पर उनके द्वारा सेलाकुई में सूनसान इलाके में अपनी -अपनी गाडियां छोड दी तथा अपने पास मौजूद असलहे को जंगल में छुपा कर अलग-अलग माध्यमो से वे सभी देहरादून से बाहर निकल गये। घटना में लूटे गये माल को अविनाश व राहुल द्वारा ले जाना बताया गया, जिसके सम्बन्ध में अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ की जायेगी।
गौरतलब है कि विक्रम के साथ बिहार से आये गैंग के अन्य सदस्यों रोहित व अन्नू को अम्बाला पुलिस द्वारा पूर्व में अम्बाला के मन्नापुरम गोल्ड फाइनेंस शाखा में किये गये लूट के प्रयास में 05 नवंबर को अम्बाला से गिरफ्तार किया गया था।