बंदरों की समस्या के निदान की मांग को लेकर सिविल सोसायटी मुखर, गोमती घाटी के लोग हुए लामबंद
बागेश्वर(गोविंद मेहता) मैदानी क्षेत्रों से बंदरो के झुंड ट्रको से पहाड़ी क्षेत्रों मे छोड़े जाने और बंदरो के उत्पात से लोग नाराज है। गरुड़ सिविल सोसायटी ने प्रशासन और वन विभाग के रवैये के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। समिति ने इस बात पर भी नाराजगी जतायी कि उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है और प्रेस वार्ता के लिए कुमाऊँ विकास मण्डल का गेस्ट हाउस तक उपलब्ध नही कराया गया।
गरुड़ सिविल सोसायटी ने प्रेस वार्ता मे बंदरो के आतंक से निजात के लिए बंदरबाड़ा नही बनाए जाने, पूर्व में जनप्रतिनिधियों द्वारा जिलाप्रशासन के साथ सहयोग करते हुए बंदरबाड़े के लिए धनराशि देने का आश्वाशन देने के बाद भी निजात न मिलने, और मैदानी क्षेत्रों से ट्रकों में बंदरों के झुंड को पहाड़ी क्षेत्रों में छोड़े जाने से नाराजगी जताई।
भगाओ खेती बचाओ जन अभियान समिति ने कहा कि पहाड़ में काश्तकार आमजन और मेहनकश लोग कड़ी मेहनत से उगाई जाने वाली फसलों को बंदरो के झुंड द्वारा तबाह करने से हर कोई व्यक्ति काश्तकार परेशान है। समिति द्वारा चलाई जा रही मुहिम अब गांव-गांव तक पहुंच रही है। बंदरों के आतंक के से आहत काश्तकारों को निजात दिलाने के लिए मुहिम चलाई गई है। वही लोगों में भी व्यापक आक्रोश व्याप्त है। गोमती घाटी सहित जिले के सभी क्षेत्रों भी लोग लामबंद होने लगे हैं। वन विभाग की अनदेखी पर तीव्र आक्रोश व्यक्त किया।जन अभियान समिति ने लोगों को बंदरो के आतंक से निजात दिलाने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही।
बंदर भगाओ खेती बचाओ जन अभियान संचालन समिति के संरक्षक एडवोकेट डीके जोशी ने कहा कि बंदरों ने लोगों की खेती तो चौपट कर ही दी है, अब बंदर हमला कर लोगों को घायल कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से आगामी 10 फरवरी को बैजनाथ में आयोजित विशाल जन सभा में पहुंचने की अपील की। वही टीआरसी में पत्रकार वार्ता के लिए हॉल में स्वीकृति के लिए केएमवीएन के प्रबंधक से पूछने पर मौजूद स्टाफ द्वारा बिना एलआईयू की परमिशन के हॉल में स्वीकृति के लिए जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा नोटिस देने की बात कहने पर नाराजगी जताते हुए इसे प्रजातन्त्र के लिए घातक बताया। उन्होंने फिर खुले में ही नुक्कड़ प्रेस वार्ता कर इसके खिलाफ भी आवाज बुलंद करने की बात कही। उन्होंने सभी लोगों से अभियान को व्यापक जनांदोलन बनाने,जल्द जनप्रतिनिधियों, सरकार और प्रशासन पर दबाव बनाकर जल्द बंदरो के आतंक से निजात दिलाने में सहयोग की अपील की।इस दौरान अभियान के संयोजक व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता हरीश जोशी,कमेटी के अध्यक्ष रवि बिष्ट, किसान संगठन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद आदि मौजूद थे।