पैरोल से था फरार छोटा राजन का गुर्गा दीपक गिरफ्तार
देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ ने मुंबई के पत्रकार जेडे की हत्या के मुख्य आरोपी दीपक सिसोदिया को सीमांत बनबसा से गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि सिसोदिया छोटा राजन गैंग का गुर्गा है। दीपक सिसोदिया को 2011 में मुंबई में मिड डे अखबार के पत्रकार जेडे की हत्या के मामले में कोर्ट ने आजीवन कारवास की सजा सुनाई थी। वह जनवरी 2022 को पैरोल पर जेल से छूटा था, लेकिन तब से फरार चल रहा था।
दीपक सिसोदिया तब से छिपकर रह रहा था। मुंबई पुलिस भी उसकी खोज में उत्तराखंड पहुंची थी, लेकिन उसको नहीं ढूंढ पाई। पुलिस ने हल्द्वानी में दीपक पर मुकदमा भी दर्ज कराया था। साथ ही नैनीताल पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपए का ईनाम भी रखा था। सोमवार को एसटीएफ की कुमाऊं यूनिट ने कार्रवाई करते हुए दीपक को भारत-नेपाल बॉर्डर बनबसा से गिरफ्तार कर लिया।
छोटा राजन के गुर्गे इनामी अपराधी दीपक सिसोदिया की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड पुलिस पिछले एक साल से प्रयास कर रही थी लेकिन दीपक सिसोदिया के नेपाल में छिपे होने के कारण उसकी गिरफ्तारी संभव नहीं हो पा रही थी। एसटीएफ को ऐसी गोपनीय सूचनाएँ मिल रही थी कि दीपक चोरी-छिपे हल्द्वानी आता है जिस पर टीम काम कर रही थी। कल देर रात्रि एसटीएफ टीम को सूचना मिली कि दीपक सुबह-सुबह आने वाला है। इस पर टीम को बनबसा क्षेत्र में लगाया गया था। सटीक सूचना के आधार दीपक कार फोर्ड फियेस्टा से नेपाल से बनबसा पहुँचा जिसे टीम ने बनबसा रेलवे स्टेशन के पास से धर दबोचा। उसे बनबसा से लाकर हल्द्वानी थाने में दाखिल कराया गया है। जहाँ से उसे बाद में मुंबई भेजा जाएगा।
जून 2011 में मुंबई में हुए अंग्रेजी सांध्य दैनिक अखबार मिड डे के वरिष्ठ पत्रकार जेडे की हत्या की गई थी। आजीवन कारावास भुगत रहे दीपक पिछले साल पैरोल में आने के बाद वह वापस न जाकर नेपाल भाग गया था। तब से एसटीएफ इस अपराधी के बारे में अपनी जानकारी एकत्रित कर रही थी और उन्ही एकत्रित जानकारी के आधार पर सटीक योजना बनाकर इस अपराधी की गिरफ्तारी संभव हो पाई।