देहरादून। वरिष्ठ आंदोलनकारी नेत्री सुशीला बलूनी के निधन से चारों ओर शोक की लहर है। दुखद खबर लगते ही तमाम आंदोलनकारी, राजनैतिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगो का उनके घर की ओर तांता लग गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी तथा उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सुशीला बलूनी के डोभालवाला स्थिति आवास पर जाकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड के निर्माण में श्रीमती सुशीला बलूनी के योगदान को सदैव याद रखा जायेगा।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भी श्रीमती सुशीला बलूनी को श्रद्धांजलि दी।
गौरतलब है की कल सायं बलूनी ने मैक्स हॉस्पिटल मे उपचार के दौरान आखिरी सांस ली। इसके बाद आंदोलनकारी संगठनों सहित सामाजिक और राजनैतिक हलकों मे शोक की लहर दौड़ गयी। उतराखंड आंदोलन मे मुख्य धारा और अग्रिम पंक्ति मे रही श्रीमती बलूनी आखिरी समय तक सक्रिय रही।
बलूनी के निधन पर भट्ट ने जताया शोक
भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी नेता सुशीला बलूनी के निधन पर गहरा शोक जताते हुए इसे अपूर्णीय क्षति बताया।
भट्ट ने कहा कि बलूनी संघर्ष की प्रतीक थी और पृथक राज्य आंदोलन मे लिए उनका बड़ा योगदान रहा है जिसे कभी नही भुलाया जा सकता। उन्होंने उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और परिजनों को दुख की घड़ी से उबरने की कामना की है।