देहरादून। कैंट पुलिस ने lPL मैचो में ऑनलाइन सट्टा खिलाते हुए पांच छात्रों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 70 बोतल अवैध अंग्रेजी शराब (हरियाणा व चंडीगढ़ मार्का ) भी बरामद की गयी है। आरोपी कॉलेज के छात्रो को अवैध रुप से स्पलाई करते है।
पुलिस टीम कल रात्रि में मुखबिर द्वारा सूचना दी गयी कि पंडितवाडी क्षेत्र में सद्भावना कुंज के पास एक मकान में काँलेज के कुछ छात्रो द्वारा आईपीएल मैचो में ऑनलाइन सट्टा लगाया जा रहा है । सूचना पर क्षेत्राधिकारी डालनवाला के नेतृत्व में कोतवाली कैन्ट तथा एसओजी देहरादून की संयुक्त टीम द्वारा घर पर दबिश दी गयी तो मौके पर पुलिस टीम को 05 आरोपी आदित्य अमन, प्रणव कुमार, आमिर कुमार, सत्यम तथा हर्ष कुमार आईपीएल मैचो में ऑनलाइन सट्टा लगाते हुये मिले। जिनके पास से ऑनलाइन सट्टे में प्रयुक्त किये जा रहे 07 मोबाइल फोन, 14 एटीएम कार्ड, रजिस्टर, रु0 23,000 नगद व अन्य समान बरामद किया गया। मकान की तलाशी लेने पर पुलिस टीम को आरोपियों के पास से 70 बोतल अवैध अंग्रेजी शराब हरियाणा व चंडीगढ़ मार्का भी बरामद हुयी, जिस पर सभी को मौके से गिरफ्तार करते हुये बरामद सामान को पुलिस द्वारा कब्जे में लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में आदित्य अमन पुत्र राजेश किशोर निवासी ग्राम रतनपुर थाना रतनपुर जिला बेगूसराय, बिहार, उम्र- 23 वर्ष एमबीए प्रथम वर्ष का छात्र, प्रणव कुमार डॉलर पुत्र अमरेंद्र कुमार निवासी बली गांव जिला वैशाली बिहार उम्र 20 वर्ष बीएससी का छात्र, आमिर कुमार पुत्र नवीन प्रसाद ग्राम नाव कोठी थाना कोठी जिला बेगूसराय बिहार उम्र 20 वर्ष बीएससी का छात्र, सत्यम पुत्र कमल सिंह निवासी एमडीडीए डालनवाला मूल वाहिद जिला बेगूसराय बिहार उम्र 23 वर्ष तथा हर्ष कुमार पुत्र मृत्युंजय निवासी थाना मटिहानी, जिला बेगूसराय, उम्र 20 वर्ष है। आरोपियों के विरुद्ध थाना कैन्ट में जुआ अधिनियम तथा आबकारी अधिनियम के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है।
पूछताछ में आदित्य अमन द्वारा बताया गया कि वे सभी मूलरुप से बेगूसराय बिहार के रहने वाले है तथा देहरादून में रह कर अलग – अलग काँलेजो से पढाई कर रहे है । अपने महंगे शौक पूरा करने के लिए हम लोग आईपीएल मैचो में ऑनलाइन सट्टा खिलाते है तथा हरियाणा व चण्डीगढ से सस्ते दामो में शराब लाकर कॉलेज के छात्रो को बेचते है, जिससे हमे अच्छा मुनाफा हो जाता है। गिरफ्तार छात्रों के सम्बन्ध में पुलिस द्वारा सम्बन्धित शिक्षण संस्थानो को रिर्पोट प्रेषित की गयी है। जिनके विरुद्ध सम्बन्धित शिक्षण संस्थानो द्वारा निलंबन की कार्यवाही की जा रही है।