करन माहरा ने संभाला कांग्रेस के नए मुखिया का जिम्मा

देहरादून।  उत्तराखंड कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने विधिवत रूप से प्रदेश अध्यक्ष पद संभाल लिया है। कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में  माहरा ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी ग्रहण की। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य,गणेश गोदियाल सहित पार्टी के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। नए प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता बेहद उत्साहित नजर आए।

 

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा कि वह पूरे प्रदेश का दौरा करेंगे और 4 माह के दौरान नई कार्यकारणी की घोषणा करेंगे। इस दौरान वह आम लोगों से से बातचीत करेंगे और आम जनता से समर्थन प्राप्त करेंगे। उन्होंने पार्टी में किसी भी तरह की गुटबाजी से इनकार किया है और कहा कि पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर कांग्रेस को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। उन्होंने पार्टी के नाराज विधायकों को लेकर कहा कि सभी लोगों को मनाने का प्रयास किया जाएगा और अगर जरूरत पड़ेगी तो नेताओं की बयानबाजी की रिपोर्ट हाईकमान को भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले वह सदन में आम जनता के मुद्दों को उठाते थे और अब वह सड़को पर संघर्ष करेंगे।

प्रीतम सहित कुछ विधायक समारोह मे नहीं पंहुचे

नए अध्यक्ष के पद ग्रहण के मौके पर आयोजित समारोह मे पूर्व अध्यक्ष और दिग्गज नेता प्रीतम सिंह सहित कुछ विधायक नहीं पंहुचे। हालांकि इसके पीछे उनकी निजी वजह बताई गई। इस सवाल पर अध्यक्ष करन माहरा ने बताया कि प्रीतम सिंह के नजदीकी 4 लोगों की क्षेत्र मे हुए सड़क हादसे मे मौत हो गई और इस कारण वह कार्यक्रम मे शरीक नहीं हो पाये। वहीं हरिद्वार मे हनुमान जयंती के मौके पर हुए विवाद में कुछ लोगों के घायल होने के कारण विधायक नहीं पंहुचे। धामी के बयानबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि हरीश रावत और प्रीतम सिंह ने भी उनसे वार्ता की है और गुटबाजी की कोई बात नहीं है। माहरा ने कहा कि हरीश रावत और प्रीतम सिंह के अनुभव का लाभ उन्हें मिलेगा।

हरीश रावत ने उठायी क्षेत्रीय असन्तुलन् की बात

प्रदेश संगठन मे क्षेत्रीय असन्तुलन पर चल रही रार को पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने सम्वोधन के दौरान उठाया और प्रभारी से इसे पाटने के लिए कदम उठाने की मांग की। रावत ने कहा कि गढ़वाल क्षेत्र से प्रदेश संगठन और विधान सभा मे नेतृत्व मे उपेक्षा की बात सामने आ रही है और कार्यकर्ता इस पर सवाल उठा रहे हैं। इसका हल किया जाना चाहिए।

गौरतलब है की अध्यक्ष पद से गोदियाल को हटाने और प्रीतम को भी नेता प्रतिपक्ष न बनाये जाने के बाद दोनों ही गुटों के नेता खुलकर विरोध जता रहे हैं। वहीं धरचुला के विधायक हरीश धामी तो सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर सीट छोड़ने का ऑफर दे चुके हैं।

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