देहरादून/रिखणीखाल। जनपद पौड़ी के रिखणीखाल क्षेत्र मे नरभक्षी बाघ की धमक जारी है। सोमवार को भी बाघ उन इलाकों मे बेखौफ घूमता नजर आया जहाँ उसने पहले बारदातें की है।
अब तक हुई घटनाओं के अंतराल और दूरी को लेकर ग्रामीण कयास लगा रहे हैं कि बाघ घटना के बाद एरिया बदल रहा है।
गाड़ियोंपुल से द्वारी जा रहे बाइक सवारों के आगे दो बाघ धमक गए। बाइक सवार चौकन्ने थे तो खतरा भाँपते ही उन्होंने बाइक वापस गाड़ियोंपुल की और मोड़ दी। द्वारी के निवासी जितेंद्र सिंह नेगी ने बताया की महिला स्वास्थ्यकर्मी को उनके पति छोड़ने के लिए आ रहे थे। बाद मे एक पिक अप वाहन के पीछे वह गाँव पहुंचे। यह घटना सिद्धपुर मार्ग पर हुई।
डला गाँव के आसपास भी बाघ खुले आम घूमते देखा गया। आज खलिहानों मे चरते पशुओ को घेरते देखा गया । सोमवार को दिन में बाघ ने एक सांड पर हमले का प्रयास किया। एक बाघ गांव के पास ही नजर आया। जबकि दूसरा बाघ करीब 100 मीटर की दूरी पर दिखाई दिया। 13 अप्रैल की शाम को खेतों मे कार्य कर रहे 73 वर्षीय वीरेंद्र सिंह को बाघ ने निवाला बना दिया था। गाँव मे दो बाघों की मूवमेंट बनी हुई है। क्षेत्र मे कितने बाघ सक्रिय है, इसे लेकर ग्रामीणों के अलग अलग दावें है।
रिखणीखाल ब्लॉक एरिया में आज भी बाघ की हरकत देखी गयी। रिखणीखाल के दूरस्थ गाँव भंगल्वाण के अनिल देवराड़ा की दुधारू गाय को राजकीय प्राथमिक विद्यालय व ऑगनबाडी केन्द्र से मात्र बीस मीटर की दूरी पर बाघ ने भरी दोपहरी में अपना शिकार बना लिया। पशुओं के साथ उनके बच्चे थे, लेकिन बच्चे किसी तरह बच निकले।
जिला प्रशासन ने पौड़ी गढ़वाल के 25 गांवों में कर्फ्यू और धारा 144 भी लगायी है। हालांकि बाघ की मूवमेंट के लिहाज से लोगों के लिए खतरनाक माने जा रहे इन गाँवों मे कई दिन पहले से परिस्थितियों के अनुसार स्वघोषित कर्फ़्यू की स्थिति है।
वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया है और उसे ट्रैंकुलाइज (बेहोश) करने के लिए टीम तैनात है। प्रशासन ने क्षेत्र में दिन के समय भी अकेले आवाजाही न करने की हिदायत जारी की है। बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग के आला अधिकारी प्रभावित गांव में हैं। सोमवार को डीएम डॉ आशीष चौहान ने बाघ प्रभावित डल्ला गांव और सिमली तल्ली पहुंचकर ग्रामीणों, अधिकारियों से वार्ता की।
वहीं करीब 30 किमी दूर स्थित नैनीडांडा के सिमली तल्ली में 15 अप्रैल की रात सेवानिवृत्त शिक्षक रणवीर सिंह नेगी (75) को बाघ ने मार डाला था। वन विभाग ने क्षेत्र में बड़ी संख्या में वन कर्मचारियों को तैनात कर दिया है। ड्रोन कैमरे से भी पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है।
डीएम डॉ आशीष चौहान ने सोमवार को दुगड्डा लोनिवि गृह में राजस्व व वन अधिकारियों की बैठक ली और उन्होंने तहसील रिखणीखाल व घुमाकोट क्षेत्र में डीएफओ को क्षेत्र में पिंजरों व कैमरा ट्रैप की संख्या बढ़ाने, जिम कार्बेट के विशेषज्ञों से संपर्क कर दो ट्रेंकूलाइजर टीम भेजने, मुख्य मानकों के साथ 10 किमी परिधि का जीपीएस मैप तैयार करने के निर्देश दिए। घटना स्थल पर तैनात फॉरेस्ट कर्मियों को पटाखे उपलब्ध कराने, क्षेत्र में फॉरेस्ट गार्ड की संख्या बढ़ाने व बाघ पकड़ने तक ग्रामीणों से संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।