देहरादून। सहकारिता विभाग में घपले घोटालो की कलई खुलने के बाद विपक्ष भी एक्शन मोड में आ गया है। प्रदेश कांग्रेस ने आज सचिवालय में प्रदर्शन कर निष्पक्ष जांच होने तक सहकारिता मंत्री का इस्तीफा माँगा।
पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल के आह्वान पर काफी संख्या मे कांग्रेसी धरने में शामिल हुये। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व सीएम हरीश रावत तथा केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत सहित कई वरिष्ठ कांग्रेसी सचिवालय के बाहर धरने पर वैठे।
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि यह मामला चुनाव से पूर्व का रहा है और सबसे पहले भाजपा के ही विधायकों ने सहकारिता में हुई नियुक्तियो में घोटाले का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि तत्कालीन विभागीय मंत्री धन सिंह रावत नई सरकार में भी विभागीय मंत्री है। वहीं सचिव भी पूर्व की भांति बने हुए हैं। जब तक विभगीय मंत्री को विभाग से नहीं हटाया जाता हैं तब तक जांच निष्पक्ष कैसे संभव है। इसके लिए विधानसभा की सर्वदलीय समिति अथवा हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता मे कमेटी गठित कर जांच कर सकती है। उन्होंने कहा कि कुम्भ में फर्ज़ी रिपोर्टिंग हो या कोरोना के समय नियुक्तियों के मामले सामने आने पर भी जांच हुई,लेकिन नतीजा सिफर रहा। सरकार के संरक्षण में ही भ्रष्टाचार फल फूल रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि नौकरियों मे पैसे ले देकर काम करने दुर्भाग्य है और जांच कर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए जिससे ऐसी परम्परा पर विराम लग सके।
पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि विपक्ष का सरकार के हर कदम पर नज़र है और बेरोजगारों के हक़ पर डाका नहीं डालने दिया जाएगा। इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी सहित कई प्रमुख लोग भी शामिल थे।