देहरादून/हरिद्वार। हरिद्वार की लक्सर पुलिस ने मासूमों की तस्करी करने वाले एक शातिर को गिरफ्तार किया है। आरोपी चाइल्ड लाइन और अनाथालय के फर्जी दस्तावेजों के सहारे मानव तस्करी करता था। मोहम्मद मुस्ताक कादरी निवासी बदायू को हरिद्वार की लक्सर पुलिस ने नाबालिग के अपहरण व रेप में किया गिरफ्तार किया तो यह सनसनीखेज खुलासा हुआ।
21अगस्त को श्रीमती सुनीता पत्नी महिपाल (काल्पनिक) निवासी लक्सर हरिद्वार द्वारा अपनी नाबालिग पुत्री को किसी अज्ञात द्वारा बहला फुसलाकर कोल्ड ड्रिन्क में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाकर उसके साथ होटल में दुष्कर्म की तहरीर दी थी। प्रकरण नाबालिक बालिका से जुड़ा होने के कारण गंभीर प्रकृति का था, किंतु काफी प्रयासों के बावजूद भी मामले में अज्ञात अभियुक्त होने एवं पीडिता का आरोपी से किसी प्रकार का कोई सम्पर्क न होने के कारण, आरोपी के सम्बन्ध में कोई जानकारी पुलिस को नहीं मिल पा रही थी। इस दौरान मोहम्मद मुस्तक कादरी पुत्र अकील अहमद निवासी सिरसौल पट्टी सीताराम बदायूं उप्र का नाम प्रकाश में आया जिसको मुखबिर की सटीक सूचना पर कल रेलवे स्टेशन लक्सर से पकड़ लिया गया।
पूछताछ एवं तलाशी पर मोहम्मद मुस्तक कादरी के कब्जे से ऐसे दस्तावेज प्राप्त हुए जिससे इसके मानव व्यापार में गहराई से लिप्त होने का शक हुआ। पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि लोगों की नजरों में धूल झोंकने के लिए उसने चाईल्ड लाईन व प्रयास अनाथाल्य दिल्ली के फर्जी दस्तावेज बनाए हैं एवं हरिद्वार सिडकुल क्षेत्र में किराये का कमरा भी ले रखा था। किसी को कोई शक न हो जाए इस कारण आसपास के क्षेत्र में अपने आप को रेलवे चाईल्ड हेल्प लाईन आफिसर बताता था।
आरोपी ने बताया कि विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर मैं हमेशा भूले भटके बच्चों आदि आसान शिकार की तलाश में रहता था व मौका मिलते ही चुपके से बच्चा चोरी कर लेता था साथ ही बताया कि अत्यधिक जरूरतमंद लोगों को बच्चा गोद दिलाने के नाम पर लगभग एक 01 वर्ष के बच्चे को दिल्ली बस अड्डे से तथा एक बच्चे को गाजियाबाद से चोरी कर उन्हें देहरादून एवं बदायूं में बेच दिया था।
दिल्ली से बच्चा चोरी होने की घटना के संबंध में थाना कश्मीरी गेट मे मामला दर्ज है जबकि जनपद गाजियाबाद से चुराये हुए बच्चे के सम्बन्ध में विभिन्न माध्यमों से गंभीरतापूर्वक जानकारी की जा रही है। मोहम्मद मुस्तक कादरी की निशांदेही पर लक्सर पुलिस टीम तथा एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (हरिद्वार) द्वारा विशेष प्रयासों से अपहृत दोनों बच्चो को सकुशल बरामद किया गया।
मोहम्मद मुस्तक कादरी बेहद शातिर है जिसके द्वारा अन्य लोगो से भी बच्चा गोद दिलाने के नाम पर कई कई लाख रूपये वसूल कर रखे थे। आरोपी यदि पकडा न जाता तो आने वाले समय में किसी भी परिवार के बच्चे को चुराकर गंभीर घटना कर सकता था। आरोपी के खिलाफ मानव दुर्व्यपार में सम्मिलित होने के सम्बन्ध में कोतवाली लक्सर पर प्रभावी धाराओं में अलग से अभियोग पंजीकृत किया गया है। आरोपी मोहम्मद मुस्तक कादरी के पूर्व में बच्चा चोरी की घटना को देखते हुए ऐसी संभावना है कि इसके द्वारा देश के अन्य स्थानों पर भी ऐसी घटना को अंजाम दिया गया है।