देहरादून। अपने बेबाक बोल के लिए जाने जाते रहे पूर्व सीएम और सांसद पौड़ी तीरथ सिंह रावत ने उतराखंड मे कमीशनखोरी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका यह बयान फिलहाल सोशल मीडिया की सुर्खी बना हुआ है। उनके बयान से बेशक, भाजपा असहज होने की स्थिति मे हो सकती है, लेकिन विपक्ष भी इससे अछूता नही है, क्योंकि विपक्ष की भी राज्य मे सरकार रही है।
एक वीडियो में पूर्व सीएम ने कहा कि उत्तराखंड में कार्यो के एवज मे कमीशन 20 फीसद से शुरू होता है और यह गुण उसे विरासत मे उत्तर प्रदेश से मिला है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जनप्रतिनिधि और अधिकारी जिम्मेदार है। एक मिनट 57 सेकेंड के वीडियो में पौड़ी से सांसद तीरथ रावत कहते हैं- आज बहुत जगह लोग बताते हैं कि बिना कमीशन के काम नहीं हो रहे..साथ ही यह भी जोड़ते हैं कि वे सीएम भी रहे हैं ..सरकार में भी..उन्हें यह बात नहीं कहनी चाहिए..लेकिन दूसरे ही पल कहते हैं कि उन्हें यह कहने में कोई हिचक नहीं है।
पूर्व सीएम ने कहा कि यूपी के समय सुनते थे कि जल निगम..जल संस्थान..आदि में 2 प्रतिशत कमीशन चलता है। यह कमीशन 20 प्रतिशत तक पहुंच गया…
उन्होंने कहा कि अविभाजित उत्तर प्रदेश मे पहले कहा जाता था कि 2 प्रतिशत कमीशन कार्यो मे लिया जाता है, लेकिन जब वहाँ 20 प्रतिशत हुआ तो यहाँ भी 20 प्रतिशत शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि जरूरत यह थी कि कमीशन खत्म होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि जब यह भावना आनी चाहिए कि यह हमारा प्रदेश है और और हमारा परिवार है। मानसिकता मे बदलाव जरूरी है।