देहरादून। जनसरोकारों पर बात मंच की चौपाल मे आयोजित बैठक मे ईपीएफ पर ब्याज दर घटाने के निर्णय को श्रमिक हितों पर कुठाराघात करार दिया गया।
जनसरोकार पर बात के संयोजक सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि केन्द्र सरकार ने ईपीएफ की ब्याज दर को कम कर कर श्रर्मिक वर्ग की सामाजिक आर्थिक हितों के साथ खिलवाड़ किया है। केंद्र सरकार की तमाम नीतियॉ आम आदमी व कामगारों के विरुद्ध चल रही है। उन्होने कहा कि आज कल्याणकारी राज्य की अवधारणा भी खतरे में पड़ गई है ऐसे में तमाम लोगों को संगठित होकर आवाज उठानी चाहिए। उन्होने बताया कि आज की बैठक में ऑल इण्डिया ट्रेड़ यूनियनों द्वारा 28 व 29 मार्च के भारत बंद का समर्थन व ईपीएफ के ब्याज दर कम करने के निर्णय के विरुद्ध पोस्ट कार्ड़ अभियान चलाया जायेगा जिसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व सांसदों को ईपीएफ ब्याज की दरों को कम करने के निर्णयों को वापस की मांग की जायेगी। ट्रेड़ यूनियन आन्दोलन के जुड़े दीपक शर्मा ने विस्तार से कामगारों के हितों के विरुद्ध केन्द्र सरकार द्वारा जारी विभिन्न योजनाओं को भी सभा में रखा। बैठक का संचालन महेन्द्र सिंह नेगी गुरु जी व अध्यक्षता अपना परिवार के अध्यक्ष पुरुषोंत्तम भटट् द्वारा की गई। सभा में सिविल सोसाईटी के एक्टिविस्ट प्रेम सिंह दानू एडवोकेट, ट्रेड़ यूनियन नेता दीपक शर्मा, भू कानून आन्दोलन से सागर रावत, शिक्षक नेता लक्ष्मण सिंह चौहान, इतिहासकार देवकीनंदन पांडेय ,उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ,शीशपाल सिंह बिष्ट, सुधीर सिंह, विजय पाहवा, मोहन सिंह रावत, लक्ष्मी कान्त, प्रकाश पंत, मनीष कुमार, समीर श्रीवास्तव, के वी थापा, महेन्द्र सिंह आदि मुख्य रुप से उपस्थित रहे।
इससे पूर्व शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के छायाचित्र पर पुष्पाजलिं अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।