देहरादून। राज्यपाल/कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने प्रो (डा0) दिनेश चन्द्र शास्त्री, प्रोफेसर वेद विभाग, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार को उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार के कुलपति पद पर नियुक्त किया है। प्रो0 दिनेश चन्द्र शास्त्री कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि अथवा अधिवर्षता आयु पूर्ण होने, जो भी पहले हो, तक कुलपति के पद पर नियुक्त किये गए हैं। नवनियुक्त कुलपति प्रो दिनेशचन्द्र शास्त्री, एमए, संस्कृत, वेद विभाग में पीएचडी तथा ऋगवेद में डी०लिट् योग्यता धारक हैं। प्रो शास्त्री का शैक्षणिक अनुभव लगभग 31 वर्षों से अधिक है और वे 13 वर्षों से अधिक समय से प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं।
उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार के कुलपति पद पर चयन हेतु माह मार्च 2022 से प्रक्रिया आरम्भ की गई तथा कुलपति पद के लिए ‘‘सर्च कमेटी गठित की गई। उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार के कुलपति पद हेतु लगभग 35 प्राप्त हुए। सर्च कमेटी द्वारा सभी औपचारिकताओं के उपरान्त पैनल राजभवन को राज्यपाल/कुलाधिपति के सम्मुख चयन हेतु उपलब्ध कराया गया। 22 अगस्त को पैनल में सम्मिलित अभ्यर्थियों को राजभवन में पारस्परिक विचार-विमर्श (Interaction) हेतु आमंत्रित किया गया जिसमें प्रो० दिनेशचन्द्र शास्त्री का कुलपति पद पर चयन किया गया। इस सम्पूर्ण प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग की गई। राज्यपाल/कुलाधिपति द्वारा प्रदेश के सभी राजकीय विश्वविद्यालयों में कुलपति पद की चयन प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता तथा शुचिता के दृष्टिगत सर्च कमेटी द्वारा संस्तुत किये गये पैनल में सम्मिलित सभी नामों से पारस्परिक विचार-विमर्श (Interaction) के समय की वीडियो रिकार्डिंग की जा रही है। इससे पूर्व वीर माधोसिंह भण्डारी उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय, उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय, गो०ब०पन्त कृषि एवं प्रौद्यागिकी विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर भी सर्च कमेटी द्वारा प्रस्तुत पैनल में संस्तुत सभी अभ्यर्थियों के साथ वीडियो रिकार्डिंग सहित पारस्परिक विचार-विमर्श (Interaction) किया गया।
राज्यपाल/कुलाधिपति द्वारा राज्य सरकार के सभी विश्वविद्यालय के कुलपतिगण को स्पष्ट रुप से निर्देशित किया गया है कि राज्य सरकार के सभी विश्वविद्यालय में नियुक्तियों तथा कार्य परिषदों की बैठकों में पूर्ण पारदर्शिता तथा शुचिता के दृष्टिगत बैठकों तथा तत्सम्बन्धी कार्यवाहियों की नियमित रुप से वीडियो रिकार्डिंग उपलब्ध रखी जायें।