देहरादून। पुलिस ने राजधानी मे सप्लाई किये जा रहे गांजे की खेप के साथ सपेरा गैंग के तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपी से बरामद 60 किलो अवैध गांजे की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार मे ₹ 15 लाख आंकी गयी है। आरोपी द्वारा पश्चिमी उत्तर-प्रदेश से माल खरीदकर हरिद्वार, ऋषिकेश ,देहरादून, विकासनगर आदि स्थानों पर सप्लाई की जारी रही थी।
आज राजपुर पुलिस द्वारा होटल /रेस्टोरेंट/ बार /वाहन तथा संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान मुखबिर के माध्यम से पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि एक गाडी में बैठे व्यक्ति द्वारा भारी मात्रा में गांजा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लाकर देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, विकासनगर आदि जगहों में बेचने हेतु आ रहा है , जिस पर पुलिस टीम द्वारा चैकिंग के दौरान CSI तिराहा ओल्ड मसूरी रोड के पास से KIA गाड़ी नंबर UK07TD6895 को रोका गया तथा जब उक्त गाडी की तलाशी ली गई तो पुलिस को गाडी की डिग्गी में भारी मात्रा में अवैध गांजा बरामद हुआ। जिस पर गाडी में बैठे व्यक्ति बबलू पुत्र राजन निवासी-सपेरा बस्ती मथुरावाला थाना नेहरू कालोनी देहरादून , उम्र-32 वर्ष को पुलिस द्वारा अन्तर्गत धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार कर थाना राजपुर में अभियोग पंजीकृत किया गया।
पूछताछ में बबलू द्वारा बताया गया कि वह पिछले काफी समय से अवैध गांजा /चरस की सप्लाई कर रहा है। वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद मेरठ, मुजफ्फरनगर आदि जगह से जावेद नाम के आदमी के माध्यम से भारी मात्रा में अवैध गांजा /चरस खरीदकर उसे देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश , विकासनगर आदि स्थानों में खासकर बस्ती में रह रहे लोगो को छोटी पुडिया बनाकर महेगें दामो में बेचता है तथा जहां-जहां डिमांड आती है उसी के हिसाब से उक्त गांजे को सप्लाई करता है। साथ ही जावेद द्वारा बताए गए व्यक्तियों को भी वह उक्त माल को सप्लाई करता है। जावेद भारी मात्रा में अवैध गांजा बिहार से कन्टेनर के माध्यम से पश्चिमी उत्तर-प्रदेश में मंगवाता है तथा कन्टेनर मरेठ, मुज्जफरनगर आदि स्थानो में खडे होते है, जहां पर उन पर रखे गांजा/चरस के बडे-बडे पैकेट पैडलर अपनी गाडीयो में रखकर उत्तर भारत के अलग-अलग राज्यो में सप्लाई करते है। अभियुक्त भी दो-तीन दिन में एक बार अलग-अलग टैक्सी गाडियो में गांजा /चरस खरीद कर लाता है। देहरादून में भी अभियुक्त द्वारा सपेरा बस्ती, काठ बंगला बस्ती ,मथुरा वाला बस्ती,चंद्रभागा बस्ती आदि स्थानों में सप्लाई की जाती है। आरोपी के अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।