“वर्क” के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन,कहा बुराई का जवाब भलाई सिखाता है इस्लाम

देहरादून।  वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन रिलिजन एंड नॉलेज (वर्क )के कार्यकर्ताओं ने आज गांधी पार्क पर उदयपुर की घटना की निंदा करते हुए कन्हैया लाल की हत्या पर दुख जताया और प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां ली थीं जिनमे क़ुरान से सम्बन्धित शांति के पैगाम लिखे थे और कन्हैयालाल के चित्र लगे थे।

इस अवसर पर वर्क के दानिश अफ़ज़ल ने कहा कि वर्क संस्था हमेशा सत्य की तरफ खड़ी होती आई है । उन्होंने उदयपुर के कन्हैया लाल की मौत को अमानवीय, असभ्य और अधार्मिक बताते हुए ये कहा की इस्लाम कभी एसा आपराधिक कार्य करने की इजाज़त नही देता, बल्कि पैगाम्बर मोहम्मद साहब को कोई बुरा भला कहे तो उसका जवाब सभ्य तरीके से देने को कहा गया है। उन्होंने ने यह बताया की इस्लाम का सही संदेश यह है कि बुराई का जवाब भलाई से देना चाहिए। कन्हैयालाल की हत्या एक जघन्य अपराध है इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि जिन लोगों ने ये कार्य किया है उन लोगों को इस्लाम की सही शिक्षओं का पता नही है वह ऐसा करके इस्लाम को बदनाम करने का काम कर रहें है ऐसे कार्य करने चाहिए जिससे देश की अखंडता व एकता बानी रहे सतयुग का आगमन हो और भारत विश्वगुरू बनकर दुनियां का नेतृत्व करे
इस अवसर पर वर्क के आरिफ़ वारसी ने कहा आज जो देश में अराजकता ,नफरत और एक दूसरे के प्रति मन में घृणा जैसा जो माहौल बना हुआ है इसे हम सब को मिल कर दूर करना होगा।  कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या की गई ये जघन्य अपराध है और जो लोग इस प्रकार के कार्य करते हैं वो इस्लाम की सही तालीमात से दूर हैं तथा इस्लाम को बदनाम करने का काम करते हैं। वह इंसानियत का खून बहाते हैं और किसी धर्म में नहीं है कि किसी का खून बहाया जाए। अगर किसी को अपनी बात रखनी है या कोई शिकायत है तो वह कानून के दायरे में रहकर के शांति प्रदर्शन कर सकता है। लोकतंत्र में सबको अधिकार है कि वह अपनी बात कह सकते हैं, लेकिन कानून के दायरे में रहकर जिससे किसी के दिल को ठेस ना पहुंचे और कत्ल कर देना तो एक बहुत बड़ा गुनाह है। किसी भी धर्म में ऐसे कामों के लिए इजाजत नहीं।इस्लाम का जहां तक ताल्लुक है सनातन धर्म हो इस्लाम धर्म हो या दुनियां का कोई भी धर्म हो सभी जगह शांति और अमन की बात की गई है। इस्लाम में पैगंबर मोहम्मद साहब ने शांति नम्रता ओर मोहब्बत का संदेश सारे संसार को दिया है। किसी इंसान का दिल दुखाना मानो पूरी मानवता का कत्ल करदेने जैसा है तो वहां किसी का कत्ल करने की इजाजत कैसे हो सकती है

इस अवसर पर मोहम्मद दानिश अफ़ज़ल,आरिफ़ वारसी,इल्यास कुरेशी,मोहम्मद फैजान, परवेज़ अहमद, फर्रूख रशीद जमाल, फरमान अहमद, साहिल आदि लोग उपस्थित रहे

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