टनकपुर-बागेश्वर रेल संघर्ष समिति के पूर्व महासचिव का आकस्मिक निधन – News Debate

टनकपुर-बागेश्वर रेल संघर्ष समिति के पूर्व महासचिव का आकस्मिक निधन

आंदोलन के प्रमुख सिपाही के रूप में जाने जाते थे खड़क राम

बागेश्वर(गोविंद मेहता) कपकोट,बागेश्वर जिला बनाओ आंदोलन, चौड़ास्थल को अलग ब्लाक बनाने की मांग, सहित रेल मार्ग निर्माण संघर्ष समिति बागेश्वर के पूर्व महासचिव औऱ अरायजनवीस खड़क राम आर्य का उनके आवास मजियाखेत में शुक्रवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से आकस्मिक निधन हो गया। उनके असामयिक निधन से जिले में शोक की लहर दौड़ गई। वही समाजसेवा के साथ निष्पक्ष राजनीति के क्षेत्र में वे सक्रिय रहे, नब्बे के दशक में विश्वनाथ प्रताप सिंह की पार्टी से विधायक का चुनाव भी लड़ा था। आर्य का बागेश्वर जिला बनाओ आंदोलन में सराहनीय योगदान रहा। विकास की मांग को लेकर आंदोलनकारी के रूप में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा था। कपकोट के चौडास्थल को अलग ब्लाक बनाने की मांग को लेकर लंबा संघर्ष किया। इसके लिए लम्बे समय से आन्दोलन के बाद केंद्र सरकार से परिसीमन के तहत स्वीकृति नही मिलने से उनका यह सपना अधूरा रह गया।

पहाड़ में रेल लाइन निर्माण को लेकर रेल आंदोलनकारी स्व.गुसाईं सिंह दफौटी के साथ एक आन्दोलनकारी सिपाही के तौर पर जिले से प्रदेश मुख्यालय सहित देश की राजधानी टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन निर्माण की मांग को लेकर तो वह लंबे समय से संघर्षरत रहे हैं।कपकोट क्षेत्र सहित जिले के विकास के लिए उनके संघर्ष को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके निधन पर रेल आंदोलन समिति सहित कपकोट क्षेत्र के लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया औऱ शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई है। पूर्व में अमर उजाला के वरिष्ठ पत्रकार गणेश उपाध्याय ने उनके जीवन में विकास को लेकर किए गए आंदोलनों को याद करते हुए उनके निधन पर शोक जताया। वही रेल आंदोलन समिति की अध्यक्ष नीमा दफौटी, सहित विधायक पार्वती दास,ने शोक व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति की कामना की।

दुःख जताने वालों में व्यापार मंडल कपकोट के अध्यक्ष तारा कपकोटी, सचिव हेम कपकोटी, कोषाध्यक्ष नवीन उपाध्याय, भाजपा मंडल अध्यक्ष भुवन गढ़िया, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष प्रकाश कांडपाल, व्यापार मंडल भराड़ी के पूर्व अध्यक्ष शेर सिंह ऐठानी, पूर्व प्रधान गणेश चंद्र उपाध्याय, निवर्तमान सभासद तनुज तिरुवा, डॉ. शेर सिंह ऐठानी, हीरा सिंह ऐठानी, चंद्र सिंह कोरंगा आदि थे।

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