देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस के केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा को उनका राजनैतिक ढोंग करार दिया है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर चौहान ने कटाक्ष किया कि जिनको पहाड़ की शांत फिजा में जहर घोलने वालों पर ग्रामीणों की रोक टोक में भी आपत्ति हो, वे सिर्फ अपनी अपनी प्रतिष्ठा को बचाने के लिए ही यात्रा निकाल रहे हैं । लेकिन बाबा केदार के नाम पर राजनीति करने वालों की प्रतिष्ठा इस बार केदार घाटी जनता पूरी तरह सबक सिखाने वाली है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यात्रा का पूरा स्वांग कांग्रेस केदारनाथ उपचुनाव को लेकर रच रही है । क्योंकि पहाड़ में आपदा को देखते हुए कांग्रेस नेताओं से पहले चरण की शुरुआत में ही भाजपा द्वारा इस राजनैतिक यात्रा को स्थगित करने का आग्रह किया गया था। इस दौरान सरकार और भाजपा संगठन स्थानीय लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आपदा प्रभावितों की मदद कर रहा था, उस समय कांग्रेस नेता गाड़ियों में पैदल यात्रा निकाल रहे थे। जिन तमाम मुद्दों को लेकर कांग्रेस अपनी इस यात्रा को निकल रही थी उन पर अनेकों बार प्रदेश की जनता अपना मत सरकार के पक्ष में स्पष्ट कर चुकी है। यही वजह है कि आम लोगों का यात्रा से किनारा करना और कांग्रेसियों की बेरुखी से उनकी यात्रा चंद नेताओं की चहलकदमी बन गई थी । जिन कांग्रेसियों को आपदा प्रभावितों की पीड़ा नहीं महसूस हुई, वही सीतापुर पहुंचकर केदारनाथ आपदा के खौफ से यात्रा बीच में छोड़ कर भाग निकले थे ।
उन्होंने दोबारा केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा निकालने वाले कांग्रेस नेताओं से सवाल किया कि रुद्रप्रयाग एवं पहाड़ में लोग अपने गांवों की प्रतिष्ठा बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं, तो कांग्रेस पार्टी क्यों विरोध कर रही है । ग्रामीण बोर्डों पर कांग्रेस की आपत्ति बताती है कि वे पहाड़ की शांत फिजा को दूषित करने वाले अपराधी तत्वों के पक्ष में हैं । ये सनातन और देवभूमि के साथ पहाड़ के विरोधी है और उन्हें पर्वतीय क्षेत्रों और बाबा केदार घाटी के लोगों की प्रतिष्ठा से भी कोई मतलब नहीं है । उन्होंने कहा, बाबा केदार की प्रतिष्ठा सर्वोच्च है और सर्वोच्च रहेगी । लेकिन जिस तरह बाबा केदार के नाम कांग्रेस राजनीति कर रही है, उससे उनकी बची खुची प्रतिष्ठा केदार घाटी की जनता पूरी तरह से समाप्त करने वाली है।