देहरादून। केदारनाथ आपदा के वक़्त भाजपा नेताओं के केदारनाथ मे वीआईपी दर्शन पर कांग्रेस भड़क गयी है। भाजपा नेता मदन कौशिक की केदारनाथ यात्रा पर कांग्रेस ने सवाल उठाये हैं।
पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि पूरा राज्य आपदा की चपेट में और राज्य के पांचों सांसद गायब है। वायनाड पर ज्ञान बांट रहे भाजपा नेता बताएं कि रेस्क्यू ऑपरेशन के वक्त हैलीकॉप्टर से भाजपा के वीआईपी को केदार दर्शन क्यो कराये जा रहे हैं। धस्माना ने कहा कि केदारनाथ धाम समेत पूरा उत्तराखंड राज्य आज आपदा की चपेट में है। दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। अरबों रुपए की संपत्ति नष्ट हो गई है लेकिन अभी तक राज्य के चुने हुए पांच में से एक भी सांसद का इस आपदा काल में कहीं अता पता नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में धस्माना ने कहा कि पिछले चार दिनों से हजारों लोग केदार घाटी में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे है, किंतु प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के चहेते गढ़वाल सांसद कहीं नजर नहीं आ रहे ना ही टिहरी की सांसद जिनको लगातार चौथी बार टिहरी की जनता ने चुन कर संसद भेजा वे टिहरी व उत्तरकाशी तथा देहरादून में आई आपदा के बाद कहीं पीड़ित और प्रभावित लोगों के बीच नजर आईं।
धस्माना ने कहा कि कुमाऊं मंडल में भी अलग अलग स्थानों पर बारिश के कारण बड़ी जान माल की हानी हुई है किंतु वहां भी लोग अपने सांसदों को खोज रहे हैं । लोकसभा चुनावों के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने गढ़वाल के लोगों से कहा कि आप अनिल बलूनी को सांसद जिता कर भेजो और गढ़वाल की चिंता मुझ पर छोड़ दो और लोगों ने थोक में वोट से कर भाजपा प्रत्याशी को जिता दिया और आज जब पूरे रुद्रप्रयाग और चमोली में आपदा ने तबाही मचाई हुई है तब ना तो अनिल बलूनी कहीं दिखाई पड़े और ना श्री अमित शाह जी चिंतित दिखाई दे रहे हैं। चार दिन बाद बलूनी को आपदा प्रभावित क्षेत्र में आने की याद आई।
धस्माना ने कहा की उत्तराखंड के पांचों सांसद उत्तराखंड की जनता को पांचों सीटों पर भाजपा की हैट्रिक का नायाब इनाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता वायनाड में आई आपदा पर राहुल गांधी को तरह तरह का उलहाना दे रहे हैं किंतु किसी भी भाजपा के नेता के अंदर इतना साहस नहीं है कि वो उत्तराखंड के किसी सांसद से यह पूछ ले कि आपदा आने के इतने दिनों बाद भी वे आपदा प्रभावित इलाकों में क्यों नहीं गए। केदार घाटी में आई आपदा के चार दिन बाद भी अभी तक सरकार जिला प्रशासन या आपदा प्रबंधन विभाग यह बताने की स्थिति में नहीं है कि कितने जान माल की हानी हुई है। धस्माना ने राज्य की सरकार व जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग से सवाल पूछा है कि जब केदार घाटी में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है उसके बीच में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को हैलीकॉप्टर में वीआईपी दर्शन के लिए कैसे ले जाया जा रहा है जबकि सरकार एक अगस्त को ही यात्रा स्थगित करने की घोषणा कर चुकी है और दो अगस्त को भाजपा नेताओं को बाकायदा हैलीकॉप्टर से केदारनाथ जी के दर्शन के लिए ले जाया गया जबकि अभी केदार घाटी में हजारों लोग फंसे हुए हैं।