पौड़ी एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि मृतका का नाम अनीता देवी पत्नी उमेश यादव (उम्र 28 वर्ष) है, जो झारखंड के गिरिडीह के करमपुर की रहने वाली थी। अनीता के बबीता के पति रंजीत यादव के साथ अवैध संबंध थे, जिस कारण रंजीत के घर पर क्लेश रहता था. वो अपनी पत्नी बबीता के साथ अनावश्यक मारपीट भी करता था।
मारपीट की वजह से बबीता और उसकी ननद ममता उर्फ अनिता काफी परेशान थी। रंजीत की बहन ममता उर्फ अनिता गुरुग्राम में घरों में खाना बनाने का काम करती है। ममता उर्फ अनिता जिस कोठी में काम करती थी, वहां पर ओमवीर पुत्र राजकुमार निवासी फारूक नगर, जिला गुरुग्राम (हरियाणा) भी ड्राइवर की नौकरी करता था। ओमवीर के ममता उर्फ अनिता से संबंध थे, जिस कारण ओमवीर को ममता उर्फ अनिता ने अपनी परेशानी बताई। इसके बाद ओमवीर, ममता उर्फ अनिता और बबीता ने अनीता पत्नी उमेश यादव को मारने की योजना बनाई। ममता उर्फ अनिता ने पहले अपने भाई रंजीत, भाभी बबीता और अनीता (अब मृतका) और बच्चों को अपने पास गुरुग्राम के सेक्टर 15 बुलाया और फिर ऋषिकेश नीलकंठ दर्शन का प्लान बनाया।ओमवीर ने अपने पड़ोसी अशोक से यह कहकर गाड़ी मांगी कि वो अपने परिवार के साथ नीलकंठ (ऋषिकेश) घूमने जा रहा है। अशोक अपने ड्राइवर अमित के साथ इनको लेकर ऋषिकेश आया और इन चारों को जानकी पुल पार्किंग में छोड़ दिया। रंजीत इनके साथ ऋषिकेश नहीं आया था।
अशोक और अमित जानकी पुल के पास ही रुक गए,जहां उन्होंने स्नान आदि किया। नीलकंठ दर्शन के बाद वापसी में पैदल मार्ग पर बबीता, ममता उर्फ अनिता, ओमवीर ने अनीता की ममता के पहने दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को झाड़ियों में फेंक दिया. जिसके बाद ये लोग वापस जानकीपुल पहुंचकर अशोक के साथ हरियाणा नंबर की गाड़ी से वापस गुड़गांव चले गए। पुलिस सीसीटीवी फुटेज, वाहन नंबर पर पड़ताल करते हुए गुरु ग्राम पहुँच गयी जहाँ उसने तीनों बबीता, ममता उर्फ अनिता तथा ओमवीर को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया।