देहरादून। कांग्रेस ने सरकार पर संवैधानिक मूल्यों की लगातार उपेक्षा का आरोप लगाते हुए राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को ज्ञापन दिया।
ज्ञापन मे कांग्रेस ने कहा कि उत्तराखण्ड विधान सभा का वर्ष 2023 का द्वितीय सत्र जो 08 सितम्बर, 2023 के उपवेशन की समाप्ति पर अनिश्चित काल के लिये स्थगित हो गया था, को सोमवार दिनांक 05 फरवरी, 2024 से आहूत किया गया था। विधान सभा सचिवालय की अधिसूचना(संलग्नक-1) से ही स्पष्ठ है कि इस सत्र को विशेष सत्र नहीं माना जा सकता क्योंकि सत्रावसान हुआ ही नहीं है।
सरकार द्वारा संवैधानिक मूल्यों की लगातार उपेक्षा की जा रही है। सत्रावसान किये बिना ही विशेष सत्र के नाम पर प्रश्नकाल, अविलम्बनीय लोक महत्व की सूचनाओं को स्थगित किया जा रहा है।
उन्होंने संवैधानिक मूल्यों की रक्षा हेतु सरकार को निर्देशित करने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य , उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विधायक प्रीतम सिंह, राजेन्द्र भंडारी, हरीश धामी, श्रीमती ममता राकेश , फुरकान अहमद, तिलक राज़ बेहड़ , मदन सिंह बिष्ट , मनोज तिवारी , विक्रम सिंह नेगी , आदेश सिंह चौहान जी, गोपाल सिंह राणा, खुशहाल सिंह अधिकारी व वीरेंद्र जाती मौजूद रहे।