देहरादून। रायवाला पुलिस ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करने के आरोपी महिला और उसके प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पंहुचा दिया है।
विगत दिवस जितेन्द्र नेगी पुत्र भगवान सिंह नेगी निवासी खांड गांव थाना रायवाला ने पुलिस को दी तहरीर में 10 मई की रात्रि को अपने भाई दीपक उम्र 34 वर्ष अपने घर पर संदिग्ध परिस्थितियों मे मृत्यु होने के संवध मे अपनी भाभी अमिता व उसके प्रेमी सतेन्द्र नेगी (ठेकेदार) पर अपने भाई की हत्या का शक जताया।
पुलिस द्वारा पूर्व में दिनांक 11मई को मृतक दीपक के शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही भी की गयी थी।
एसओजी देहात को इस संवध मे आरोपियों के सीडीआर (CDR) व घटना के समय की लोकेशन के संबंध मे जानकारी उपलव्ध कराने को कहा गया। मृतक दीपक की मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियो में हुई थी,जिसमे पुलिस द्वारा 11 मई को के शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम हेतु एम्स ऋषिकेश भिजवा दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे मृतक की मृत्यु गला दबाकर दम घुटने के कारण होने की संदिग्धता प्रकट की गयी है।
पुलिस द्वारा मृतक की पत्नी व ठेकेदार सतेन्द्र सिंह नेगी को बयान हेतु थाने पर बुलाया गया। SOG ,ग्रामीण द्वारा उपलब्ध करायी गयी,लोकेशन व सीडीआर (CDR) रिपोर्ट ब पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जांच के बाद स्पष्ट हुआ कि एफ.आई.आर. मे नामजद पत्नी अमिता व ठेकेदार सतेन्द्र सिंह नेगी द्वारा अपने प्रेम प्रसंग का पता चलने,व मृतक दीपक द्वारा उसका विरोध करने पर चुनरी से गला घोटकर हत्या कर दी गयी थी। पुलिस द्वारा आरोपियों से सख्ती व कडाई से पूछताछ करने पर दोनो ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
आरोपियों ने बताया कि आरोपी सतेन्द्र नेगी प्रेमिका अमिता नेगी के साथ उसके कमरे मे था तो इसी बीच दीपक नेगी के जागने के कारण सतेन्द्र नेगी व अमिता नेगी द्वारा एकराय होकर चुनरी से दीपक नेगी का गला घोटकर हत्या कर दी और साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से उसे बैड पर लिटा दिया। सतेन्द्र नेगी के घटनास्थल से चले जाने के बाद अमिता नेगी द्वारा परिजनों को दीपक नेगी को हार्टअटैक आने की झूठी सूचना देकर वास्तविक तथ्यो को छिपाया गया। पुलिस ने हत्या और अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करते हुए
अमिता पत्नी दीपक नेगी निवासी निवासी खांडगांव थाना रायवाला तथा सतेन्द्र सिंह नेगी (ठेकेदार) पुत्र निवासी भल्ला फार्म नंबर 8 श्यामपुर ऋषिकेश देहरादून को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ मे आरोपी सतेन्द्र सिंह नेगी (ठेकेदार) ने बताया कि मेरे द्वारा वर्ष 2021 मे भगवान सिंह नेगी के भवन निर्माण का ठेका लिया गया था जिस दौरान मेरी वातचीत दीपक की पत्नी अमिता से हो गयीऔर कई बार दोनों की सहमति से शारिरिक संवध भी बनाये । 10 मई को अधिक शराब पीने के कारण मुझे अधिक नशा हो गया था,तो मैं करीब 11:45 बजे लगभग दीपक के घर उसकी पत्नी अमिता से मिलने गया। दीपक ने अपनी पत्नी के साथ संवध बनाते हुए मुझे देख लिया था जिस पर हमारी बहसवाजी हुई।
दीपक हमे बदनाम करने की वात कर रहा था जिस पर हम दोनो डर गये । तब मैने एक चुन्नी से उसका गला घोट दिया और उसकी नाक से खून आ गया था। हमने उसे उठाकर अंदर कमरे मे वैड पर लिटा दिया और मैने अमिता को समझाया कि वह घर मे सब को कहे कि दीपक को हार्टअटैक आया है। मै वहां से भाग गया । इसके वाद अमिता द्वारा सुबह समय करीब 3:30 बजे अपने देवर को फोन करके कहा कि दीपक कुछ नहीं बोल रहा है और उसके नाक से खून भी निकल रहा है । अमिता की बात सुनकर घर के सभी लोग इकट्ठा हो गए थे तथा दीपक को अस्पताल लेकर गए थे। जहां दीपक को डाक्टरों मे मृत घोषित कर दिया था।