ग्रामीणों के आक्रोश को देखते सामने आने से बच रहे वन विभाग और प्रशासन के अधिकारी
नैनीताल/देहरादून। लगातार हो रहे गुलदार के हमलों से दहशत के साये मे रह रहे ग्रामीणों का सब्र मंगलवार की रात निकिता की मौत के बाद टूट गया। ग्रामीण बालिका के शव को लेकर खुटानी चौराहे पर पहुंचे और जाम लगा दिया। बाद मे ग्रामीण धरने पर बैठ गए।
गौरतलब है कि भीमताल के अलचौना के ताड़ा गांव में मंगलवार की शाम बाघ का निवाला बनी निकिता शर्मा को उस समय गुलदार ने हमला कर मार डाला था, जब वह खेत मे घास काट रही थी। युवती की मौत के बाद से ग्रामीणों और परिजनों में वन विभाग और जिला प्रशासन के लिए आक्रोश था। बुधवार की सुबह नाराज लोगों ने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों को मानने में पुलिस के अधिकारी लगे हुए हैं लेकिन ग्रामीण सुनने को तैयार नहीं है। ग्रामीणों का उग्र विरोध देख वन विभाग के कन्जवेटर और डीएफओ ग्रामीणों को सामने तक नहीं आए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि घटना के बाद नैनीताल डीएम को फोन लगाया, लेकिन फोन नहीं उठा। ग्रामीण युवती का शव को लेकर खुटानी में वन विभाग और प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
क्षेत्र मे सक्रिय गुलदार 10 दिन के भीतर दो महिलाओं और एक युवती सहित तीन लोगों को मौत के घाट उतार चुका है। गुलदार लगाए गए पिंजरे के आसपास नही फटक रहा है।