प्रदेश भर के शिक्षण संस्थानों में मनाया जायेगा ‘वंदे मातरम्’ स्मरणोत्सव

देहरादून। राष्ट्र गीत ‘वन्दे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रदेशभर के सभी राजकीय एवं निजी शिक्षण संस्थानों में राष्ट्र गीत ‘वन्दे मातरम्’ स्मरणोत्सव मनाया जायेगा। जिसके तहत विद्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों एवं चिकित्सा शिक्षा महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में पखवाड़ेभर विविध कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। जिनमें रैली, मार्च पास्ट, भाषण, वाद-विवाद प्रतियोगियाएं, गोष्ठियां व विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामि होंगी। इस संबंध में उच्च शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा के अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं।शि

शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कोलकाता से विद्यालयी शिक्षा, उच्च शिक्षा, संस्कृत शिक्षा और चिकित्सा शिक्षा विभाग की वर्चुअल बैठक मे सभी विभागों के अधिकारियों को राष्ट्र गीत ‘वन्दे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रदेशभर के चिकित्सा व शिक्षा क्षेत्र के सभी राजकीय एवं निजी शिक्षण संस्थानों में राष्ट्र गीत ‘वन्दे मातरम्’ स्मरणोत्सव को वृहद स्तर पर मनाने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को 07 नवम्बर शुक्रवार से आगामी 26 नवम्बर तक सभी शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रभावना से प्रेरित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कराने को कहा। पखवाड़े भर चलने वाले इन कार्यक्रमों में राष्ट्रगीत वन्देमातरम् की विषय वस्तु के तहत रैली, मार्च पास्ट, कविता पाठ एवं भाषण, निबंध, चित्रकला व पोस्टर, देशभक्ति गीत प्रतियोगिताएं साहित विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम व गोष्ठियां भी आयोजित कराने के निर्देश दिये।

उन्होंने अभिभावकों, जनप्रतिनिधियों और जनसामान्य को भी कार्यक्रमों में आमंत्रित करने पर बल दिया, विशेषकर स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने के निर्देश भी बैठक में दिये। शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि कार्यक्रमों की जानकारी स्थानीय स्तर पर व्यापक रूप से साझा की जाये और भारत सरकार द्वारा निर्मित पोर्टल पर कार्यक्रमों के उत्कृष्ट फोटोग्राफ्स एवं वीडियो अपलोड किये जाएं, ताकि प्रदेश की सहभागिता राष्ट्रीय स्तर पर दर्ज हो सके।

वर्चुअल बैठक में निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. अजय आर्य, निदेशक उच्च शिक्षा वी.एन. खाली, निदेशक एससीईआरटी वंदना गर्ब्याल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. मुकुल कुमार सती, निदेशक प्राथमिक शिक्षा अजय कुमार नौडियाल, निदेशक संस्कृत शिक्षा कंचन देवराड़ी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

 

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