सितारगंज, (दीपा तिवारी) सचिव मुख्यमंत्री डॉ सुरेंद्र नारायण पाण्डे ने नकुलिया के हस्तशिल्पकारों से मुलाकात कर उनकी समस्यायें जानी। राणा थारू बांस एवं रेशा हस्तशिल्प उत्पाद विपणन सहकारिता लि. व लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह, राणा थारू स्वयं सहायता समूह, जय दुर्गा स्वयं सहायता समूह, लक्ष्मी मीराबाई ग्राम संगठन, नया सबेरा क्लस्टर की महिलाओं से वार्ता करते हुए उन्होंने विपणन की जानकारी ली।
गुरुवार की सायं सचिव मुख्यमंत्री डॉ पाण्डे ने सीडीओ विशाल मिश्रा, परियोजना प्रबंधक हिमांशु जोशी के साथ नकुलिया में मुंज घास से तैयार उत्पादों का निरीक्षण किया। डॉ पाण्डे ने विपणन के लिए सुझाव देते हुए समूहों के साथ डिजाइन मेंटोर जरूरी बताया। ताकि समूहों का सामान मार्केट की जरूरत के अनुसार तैयार हो। अफसरों ने समूहों का तैयार सामान बिक्री वॉव हेंडीक्रांफ्ट ऑन लाइन डिजिटल प्लेटफार्म बिक्री को सराहा।
डॉ.पांडे ने उत्पादों के निरीक्षण के दौरान सुझाव दिया कि उत्पादों का उपयोग करने एवम लाने-ले जाने के लिए अन्य वस्तुओं पर पॉलिथीन आदि पर निर्भरता न हो। उन्होंने उत्पादों को पकड़कर एवम लटकाकर ले जाने की व्यवस्था सामान में ही करने को कहा। उन्होंने उत्पादों की गुणवत्ता चाइनीज प्रोडक्ट से करते हुए प्रोडक्ट को और अधिक बेहतर व आकर्षक बनाकर बेहतर मार्केट प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि समूहों की महिलाओं की आर्थिकी तथा आजीविका संसाधनों में वृद्धि हेतु पशुपालन आदि गतिविधियों में भी शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि समूहों के साथ मेंटर जुड़े रहें जो कि उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने एवम नए-नए डिजाइन तैयार कराने में सहायता उपलब्ध कराए। उन्होंने समूहों के लेखा-जोखा की जांच समय समय पर सीए से कराने के निर्देश दिए ताकि समूह में किसी पर भी किसी भी प्रकार का विवाद न हो। उन्होंने कहा कि जनपद में मूंज घास आधारित उतापदित इको फ्रेंडली, इनवायरमेंट फ्रैंडली होते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के उत्पादों को बढ़ावा दिया जाए। सीडीओ व पीडी ने एनआरएलएम की जनपद में संचालित योजनाओं की जानकारी दी। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा तथा परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी ने कहा समूहों की आर्थिकी बढ़ाने व बाजार उपलब्ध कराने, फुटफॉल बढ़ाने, आकर्षक प्वाइंट बनाने के लिए सरस मार्केट रुद्रपुर में कैफे प्रस्तावित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समूहों की आर्थिकी वृद्धि हेतु विभिन्न योजनाओं से भी लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि समूहों द्वारा मार्केटिंग हेतु सोशल मीडिया का भी उपयोग किया जा रहा है।
मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा ने सुझाव दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित उत्पादों को पहचान दिलाने, आसानी से मार्केट दिलाने हेतु ग्रामीण उत्पादों के लिए भी ब्रांड एम्बेसडर बनाए जाएं। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, जिला सूचना अधिकारी अहमद नदीम, डिजायनर रियाजउद्दीन अंसारी व दीक्षा तिवारी, सुनीता कश्यप, आर्यन, विजय, उमेशवती, जेमवती, सोनी देवी, संतोषी देवी, उर्मिला, अंशुल मौजूद रहे।