देहरादून। पुलिस ने उधम सिंहनगर के शन्तिपुरी में शनिवार को भाजपा नेता की हत्या के 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। संदीप का खनन का कारोबार भी है और उनका अन्य कारोबारियो से विवाद हो गया था जो कि हत्या की वजह बनी। हत्या में पिता और पुत्र गिरफ्तार किये गये है।
शनिवार शान्तिपूरी मे खनन के वाहनों को रास्ते से हटाने को लेकर संदीप सिंह कार्की पुत्र जगत सिंह कार्की निवासी शान्तिपुरी न० 3 थाना पन्तनगर जनपद उधमसिंहनग व पंकज जोशी व विपक्षी 1 दीपक सिंह मेहता पुत्र मोहन सिंह मेहता 2- मोहन सिंह मेहता पुत्र भीम सिंह मेहता निवासीगण शान्तिपुरी न0 3 थाना पन्तनगर के बीच विवाद हो गया था। मोहन सिंह व दीपक सिंह द्वारा मौके पर ललित मेहता को हथियार पिस्टल के साथ बुलाया। ललित मेहता ने पिस्टल से संदीप कार्की की छाती में गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गये।
मृतक के भाई किशन सिंह कार्की की तहरीर पर दीपक सिंह मेहता पुत्र मोहनसिंह मेहता, मोहन सिंह मेहता पुत्र भीम सिंह मेहता तथा ललित सिंह मेहता पुत्र मोहन सिंह मेहता के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस आरोपियों की धर पकड़ के लिए जुट गई और अलग अलग टीमें बनाई गई।
घटनास्थल के आस पास के CCTV फुटेज एंव संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ के बाद आज लालकुआ रोड मन्दिर मस्जिद के पास मोहन सिंह मेहता पुत्र भीम सिंह मेहता को तथा ललित सिंह मेहता पुत्र मोहन सिंह मेहता दीपक मेहता को नगला वाई पास से आगे लालकुआ रोड पर गिरफ्तार किया गया।
ललित मेहता की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त देशी पिस्टल 32 बोर व घटना में प्रयुक्त कार क्रेटा को बरामद किया गया है। ललित ने बताया कि उनके और मृतक संदीप सिंह कार्की के मध्य खनन कार्यों को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था। उनको शक था कि हमारी जेसीबी खनन अधिकारियों ने संदीप कार्की व पंकज जोशी की शिकायत पर पकड़ी थी जिस पर हमे ढाई लाख रु जुर्माना देना पड़ा था। जिस कारण रंजिश और गहरी हो गयी थी। जिस दिन घटना हुई उस दिन उनका जेसीबी का डाईवर नहीं आया था। हमने पंकज जोशी को उसकी जेसीबी से गाड़ी भरने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया तब बात बढ़ गयी जिससे हमारी बेईज्जती हो गयी। तब हमने अपना ट्रक रास्ता रोकने के लिए खड़ा कर दिया। जिससे विवाद बढ़ गया। संदीप कार्की बीच बचाव करने लगा तथा पंकज जोशी का पक्ष लेने लगा तब ललित मेहता ने संदीप कार्की को अपनी पिस्टल से गोली मार दी और मौके से क्रेटा गाड़ी से फरार हो गये। खनन के वर्चस्व को लेकर विवाद हुआ था।
ललित मेहता का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है। इनके पास एक पिस्टल .32 बोर घटना में प्रयुक्त एक क्रेटा गाडी UK06 BC- 1001 घटनास्थल से एक खोखा व एक जिन्दा कार0.32 बोर बरामद कर लिया है। वही पुलिस टीम को जिलाधिकारी उधमसिंहनगर ने 10,000 व एसएसपी द्वारा 5000 रुपये का ईनाम घोषित किया गया है।