
देहरादून । श्री पंचायती मंन्दिर गांधी रोड मे पूर्व की भाँति इस बार भी छटी उत्सव धूमधाम से मनाया गया।
सुबह से ही मंदिर मे पूजा अर्चना शुरू हो गयी और भक्तों का तांता लग गया। मंदिर के मुख्य पुजारी शशि बल्लभ ने बताया कि सुबह भगवान श्री कृष्ण का श्रृंगार, पूजा पाठ, हवन यज्ञ व आरती की गयी। दोपहर मे भक्तो के लिए भंडारे के रूप मे कड़ी चावल का प्रसाद वितरित किया गया।
इस मौके पर मोहन सिंह रावत, राहुल, देवाशीष, मन्दिर समिति के मंत्री सुरेन्द्र कुमार, उपमंत्री दलीप कुमार बंसल, सदस्य सुमित अरोड़ा, अनुज अरोड़ा, राहुल अग्रवाल, सोनवीर, श्रंद्धालु एवं मंदिर समिति के सभी सदस्य उपस्थित रहे।
सूर्य दर्शन का पर्व है भगवान कृष्ण की छटी
हिंदू सनातन धर्म मे भगवान कृष्ण की छटी का विशेष महत्व है। पंचायती मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित शशि बल्लभ का कहना है कि भगवान कृष्ण के जन्म के छटवें दिन इस उत्सव को मनाया जाता है। नवजात को इस दिन सूर्य नारायण के दर्शन को शुभ माना जाता है। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार बच्चे के जन्म होने पर छटे दिन षष्टी देवी की पूजा का विधान है। देवी बच्चे को स्वस्थ रहने का आशीर्वाद देती है।
बकौल पंडित शशि बल्लभ पर्वतीय क्षेत्रों मे पांचवे दिन यह उत्सव मनाया जाता है जिसे पंचोल कहते हैं। सावन मे कड़ी को निषेध माना जाता है। सावन के पश्चात भगवान कृष्ण के जन्म के छटे दिन कड़ी का प्रसाद भी वितरित किया जाता है।