देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के केदारनाथ के विद्यालयों में साउंड प्रूफ कक्षाएं चलाने के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यूरोप में घूमकर पर्यटन व्यवस्था में सुधार की बात न कर महाराज शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए मुगेंरी लाल के हसीन सपने देख रहें हैं।
माहरा ने कहा कि राज्य में विद्यालयों के भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था में हैं। विद्यालयों के भवनों की मरम्मत नही हो रही है। बरसात के दौरान अधिकतर विद्यालयों की छतें टपक रही हैं जिसमें विद्यार्थियों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड रहा है। प्रदेश के अधिकाश विद्यालयों में सरकार अभी तक विद्युत कनेक्शन उपलब्ध नही करा पा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार छात्र-छात्राओं को इस आधुनिक युग में न तो कम्प्यूटर उपलब्ध करा पा रही और न ही कम्प्यूटर के शिक्षकों की निुयक्ति की जा रही है, जिससे छात्रों को कम्प्यूटर शिक्षा के में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। माहरा ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की भारी कमी के कारण बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है। विगत सत्र में अटल आदर्श विद्यालयों का परीक्षा परिणाम बहुत ही निराशाजनक रहा है जबकि प्रदेश सरकार अटल आदर्श विद्यालयों का गुणगान करते नहीं थक रही है। माहरा ने कहा कि अगर सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए वचनबद्ध है तो सबसे पहले शिक्षकों की कमी को दूर करना चाहिए। अभी भी प्रदेश के विद्यालयों में प्रवक्ताओं और एलटी शिक्षकों के हजारों पद रिक्त पडे हुए हैं तथा विद्यालयों की प्रयोगशाला सहायकों के सैकडों रिक्त पडे हैं लेकिन सरकार शिक्षा सुधार के नाम पर कोरी घोषणाएं करने में तुली हुई हैं। पीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि स्कूलों में कक्षा कक्ष मरम्मत के लिए लिए तरस रहे हैं, विद्यालयों में छत गिरने की घटनाएं लगातार हो रही हैं। अटल आदर्श विद्यालयों के परीक्षा परिणाम ने सरकार की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।
राज्य के विद्यालयों में बच्चों और शिक्षकों के लिए शौचालयों तक की सुविधा नहीं है तथा बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देने वाली सरकार अभी तक भी छात्राओं के लिए विद्यालयों में अलग से महिला शौचालयों का निमार्ण नही करा पायी है। । माहरा ने कहा कि पर्यटन मंत्री को यह भी पता नहीं है कि शिक्षा विभाग द्वारा कितने प्राथमिक विद्यालयों को बंद कर दिया गया है। पर्यटन मंत्री अपने विभाग की सुध नहीं ले पा रहे हैं। माहरा ने पर्यटन मंत्री को सलाह दी कि पहले मंत्री को केदारनाथ के पंडा पुरोहितों द्वारा उठाये गये केदारनाथ में स्वर्ण जडित प्रकरण का जवाब देना चाहिए, क्योंकि यह प्रकरण देश के करोडों करोड हिन्दुओं की आस्था का प्रतीक है।