प्रशासन की सख्ती से नही हुई महापंचायत, बाजार रहे बन्द – News Debate

प्रशासन की सख्ती से नही हुई महापंचायत, बाजार रहे बन्द

देहरादून/उत्तरकाशी। लव जिहाद’ की कथित घटनाओं को लेकर उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के पुरोला में बृहस्पतिवार को प्रस्तावित ‘महापंचायत’  को रोकने के लिए जिला प्रशासन की सख्ती के चलते व्यापारियों ने निकटवर्ती बाजारों मे अपने प्रतिष्ठान बन्द रखे। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे संगठनों के समर्थन से स्थानीय व्यापारियों के आह्वान पर होने वाली ‘महापंचायत’ को आयोजकों ने स्थगित कर दिया।

धारा 144 के मद्देनजर पुरोला की ओर जा रहे बड़कोट और नौगांव के विभिन्न संगठनों के लोगों को पुलिस ने मुंग्रा पुल के पास रोक लिया गया । आगे जाने के अनुमति न मिलने पर लोग सड़कों पर ही बैठ गए और ‘जयश्री राम’ के नारे लगाने लगे। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में कुछ लोगों ने सड़क पर लाउडस्पीकर लगाकर भाषण भी दिया ।

व्यापार मंडल पुरोला के अध्यक्ष बृजमोहन चौहान और बड़कोट व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजाराम जगूड़ी ने पुरोला में धारा 144 लगाए जाने के प्रशासन के निर्णय को तानाशाही बताया और कहा कि इस रवैये के खिलाफ बड़कोट, नौगांव और पुरोला में संपूर्ण बाजार बंद रहे । जगूड़ी ने कहा, ‘महापंचायत को रोकने के लिए जिस तरह के प्रयास हुए हैं, उससे लगता है कि अपने शहर में अपने लोगों से अपनी बात नहीं रखी जा सकती यह तानाशाही है। उन्होंने कहा कि बाजार बंद का ऐलान उन लोगों की हौसला बढ़ाने के लिए किया गया है जिन्होंने सामाजिक  जागरूकता का काम किया है।

पुरोला के उपजिलाधिकारी देवानंद शर्मा ने कहा कि नगर पंचायत क्षेत्र पुरोला में धारा 144 लागू है और यहां प्रस्तावित महापंचायत को प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की अनुमति नहीं है।

तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के लिए पुरोला में तीन प्लाटून पीएसी के 300 जवानों सहित देहरादून से दो पुलिस क्षेत्राधिकारियों तथा एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की तैनाती की है। डामटा, ब्रह्मखाल व नगुण बैरियर पर इकट्ठे होकर आवागमन करने वाले हर व्यक्ति की जांच की जा रही है। उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि क्षेत्र में रात्रि गश्त के साथ ही जिले की सीमाओं पर बैरियर लगा दिए गए हैं और सघन जांच चल रही है ।

पुरोला व्यापार मंडल के अध्यक्ष चौहान ने कहा कि महापंचायत केवल स्थगित की गयी है । यह निर्णय सामाजिक, राजनीतिक संगठनों और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से विचार—विमर्श के बाद लिया गया है । पुरोला के खेल मैदान में पहुंचे बजरंग दल के राज्य संगठनात्मक सचिव विकास वर्मा ने कहा कि पहाड़ों में किसी को भी अनैतिक गतिविधियों में लिप्त होने की अनुमति नहीं दी जाएगी ।

किसी को नही दी जायेगी कानून को हाथ मे लेने की इजाजत: धामी

दूसरी और महापंचायत को लेकर सरकार भी सतर्क है। पुरोला घटनाक्रम को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि किसी को भी कानून को अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सभी लोगों से शांति व्यवस्था बनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोई भी माहौल खराब करने की कोशिश करेगा तो कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि अभी तक हुई घटनाओं में प्रशासन ने ठीक तरीके से काम किया। अगर कोई दोषी होगा तो उसके खिलाफ कानून काम करेगा। कोई कानून अपने हाथ में न ले।

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