
देहरादून। राजधानी के क्लेमेंट टाउन से आज एक रोंगटे खड़े कर देनी वाली खबर सामने आयी है। दो दिन से अधिक समय से एक दंपति की बंद कमरे से लाश के बीच मे सकुशल एक बच्चे को जीवित अवस्था मे बरामद किया गया।
आज कंट्रोल रूम पर सूचना प्राप्त हुई कि टर्नर रोड पर किसी घर में डेड बॉडी हो सकती है, क्योंकि काफी बदबू आ रही है। इस सूचना पर थानाध्यक्ष क्लेमेंट टाउन मय फोर्स के मौके पर गए तो पाया कि टर्नर रोड सी13 में मकान मालिक सोहेल निवासी जोशियाडा उत्तरकाशी के मकान में काशिफ पुत्र मोहतशिम निवासी चहलोली थाना नागल जिला सहारनपुर अपनी पत्नी अनम के साथ पिछले 4 महीने से निवास कर रहा था। जिसके कमरे के एक दरवाजे पर बाहर से ताला लगा था तथा दूसरे दरवाजे पर अंदर से कुंडी बंद थी। मौके पर दरवाजे की जाली काटकर कुंड खोली गई कमरे में देखा तो मृतक पति-पत्नी की बॉडी कमरे पर फर्श पर पड़ी थी जिनसे काफी बदबू आ रही थी। दोनों बॉडी लगभग दो-तीन दिन पुरानी लग रही थी, क्योंकि दोनों बॉडी काफी फुल चुकी थी तथा कमरे में काफी खून जमा था। मौके पर एफ एस एल टीम को बुलाया गया और टीम द्वारा दोनों बॉडी को भली-भांति चेक किया गया, लेकिन मृतकों के शरीर पर किसी भी प्रकार की कोई चोट नहीं थी। मौके पर जो खून बहा था वह उनके नाक और मुंह से निकल रखा था तथा दोनों मृतकों के बीच में एक छोटा बच्चा जो चार-पांच दिन का था वह जीवित था। बच्चे को तुरंत निकालकर 108 एंबुलेंस के माध्यम से दून चिकित्सालय भिजवाया गया। बच्चा जिंदा था जो अभी सकुशल है। घटनास्थल के निरीक्षण से प्रथम दृश्य दोनों का सुसाइड करना माना जा रहा है। दोनों मृतकों की बॉडी को पंचायत नामा भरकर पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया है।
मृतक के परिजनों को मौके पर बुलाया गया तो जानकारी मिली कि मृतक कि 1 साल पहले ही दूसरी शादी हुई थी। पहली वाली पत्नी से एक 5 साल का बच्चा है। पहली पत्नी नुसरत ने बताया कि जब दो-तीन दिन से मेरे पति फोन नहीं उठा रहे थे और फिर फोन बंद हो गया था तो जो आज लगभग 2:00 बजे मौके पर आई थी, लेकिन जब उनके दरवाजे बंद मिले तो उसके द्वारा अपने सास व देवर को सूचना दी गई। तत्पश्चात उनके द्वारा मृतक के परिचित अस्वद को सूचना दी गई जिसके द्वारा मौके पर पहुंचकर कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। परिजनों व पहली पत्नी से जानकारी की गई तो उसके द्वारा बताया गया कि मेरी आखिरी बार बात 10 जून को रात्रि 11:00 बजे हुई थी तो मेरे पति द्वारा बताया गया था कि कल को मैं गांव आऊंगा, क्योंकि उनके द्वारा किसी से ₹500000 उधार लिए थे जो उनको वापस करने थे। उनके द्वारा 10 जून का समय दिया गया था तथा इससे पूर्व भी दो बार समय मांगा गया था।