देहरादून। ऋषिकेश मे कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल और एक युवक के मध्य पिटाई प्रकरण को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश भर मे विरोध प्रदर्शन कर सरकार और मंत्री का पुतला फूँका। गुरूवार को मंत्री की बर्खास्तगी को लेकर कांग्रेस राज्यपाल को ज्ञापन देगी। मंगलवार को कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, उनके गनर व पीआरओ द्वारा ऋषिकेश में एक स्थानीय युवक की सरेआम पिटाई के विरोध में हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज पूरे प्रदेश में कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का पुतला दहन किया और मुख्यमंत्री से उन्हें मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त करने की मांग की।
ऋषिकेश रेलवे रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय में शहरी विकास मंत्री अग्रवाल का पुतला फूंका । कांग्रेस ज़िलाध्यक्ष मोहित उनियाल व महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि कैबिनेट मंत्री अग्रवाल की यह कोई पहली अभद्रता नहीं है। वह पिछले 16 वर्षों से लगातर ऐसी हरकतें करते आए है। इनके अपने ही राज्य मंत्री के साथ लड़ने का वीडियो पूर्व मे वायरल हुआ था। हरिपुर फ्लाईओवर के लिए कुछ महिलायें मंत्री के पास आए तो उनसे अभद्रता की, सड़क की मांग को लेकर एक वृद्ध महिला से मंत्री भी बतमीजी की गई। कल एक आरएसएस के गौ सेवा पूर्व नगर प्रमुख सुरेन्द्र नेगी से मंत्री अपने गनर के साथ मारपीट करने लगे और उसे बुरी तरह मारा गया और अपने सत्ता के इस्तेमाल करते हुए उसे रात पुलिस गिरफ़्त में रखा गया। हम मुख्यमंत्री से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द अग्रवाल को मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ मुक़दमा दर्ज किया जाय । कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला व राज्य आंदोलनकारी प्रमिला रावत ने कहा कि ऋषिकेश एक शांत शहर है और यहाँ के माहौल को मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ख़राब करने का काम कर रहे हैं और सरकार चुप्पी साधे बैठी है। अब सरकार को ऐसे मंत्री के खिलाफ सख़्त कार्यवाही करनी चाहिये। अगर, पीड़ित पक्ष का मुक़दमा दर्ज नहीं किया गया तो हम सड़कों पर आंदोलन करेंगे । व्यापार मण्डल अध्यक्ष ललित मोहन मिश्रा व संगठन महासचिव दीपक ने कहा कि जिस प्रकार मंत्री के गनर व पीआरओ और खुद मंत्री द्वारा अपनी पार्टी के कार्यकर्ता को सरेआम बीच सड़क पर पीटा गया वह बेहद शर्मनाक है । एक आमजन अपने शहर के विधायक से शहर के व्यवस्था के बारे में नहीं पूछेगा तो किससे पूछेगा सवाल पूछने पर जिस प्रकार मंत्री द्वारा उसको मारा गया और पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना रहा उससे स्पष्ट है पुलिस मंत्री के दवाब में काम कर रही है । पुतला फूंकने वालों में पूर्व प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, शैलेन्द्र बिष्ट, पार्षद राधा रमोला, पार्षद देवेंद्र प्रजापति, प्यारेलाल जुगरान, राज्य आंदोलनकारी सरोजनी थपलियाल, विमला बहुगुणा, जितेंद्र पाल पाठी, अशोक शर्मा, युंका ज़िलाध्यक्ष सनी प्रजापति, मनीष जाटव, विक्रम भंडारी, रुकुम पोखरियाल, सावित्री देवी, हेमा रावत, त्रिलोकी नाथ तिवारी, विकास खुराना, दिनेश सिंह, शुभम कांबोज, अशोक शर्मा, कमलेश शर्मा आदि लोग मौजूद थे ।
पछवादून जिलाध्यक्ष लक्ष्मी कपरूवान अग्रवाल ने कल ऋषिकेश में उत्तराखंड सरकार के मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा युवको को बीच सड़क पर मारपीट को उत्तराखंड राज्य कि छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया है। लगाने के साथ तिलक भवन, विकासनगर में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला दहन कर उत्तराखंड सरकार से मंत्री को बर्खास्त करने कि मांग की। लक्ष्मी ने कहा कि यह राज्य के मूल निवासियों के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस वोट कि ताकत से भाजपा को उन्होंने राज्य कि गद्दी पर बैठाया उसी सरकार के मंत्री बीच सड़क पर अपने गनर, पिए के साथ राज्य के युवको को बेरहमी से पीट रहे है।
लक्ष्मी कपरूवान अग्रवाल ने कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल पर ऐसा कोई पहला मामला नहीं है जिससे उत्तराखंड राज्य कि छवि को धूमिल होना पड़ा। चाहे अपने बेटे को कोरोना कि आड़ में सरकारी विभाग में नौकरी दिलाना हो या विधानसभा में नौकरियों कि बंदरबांट करना हो प्रेमचन्द अग्रवाल ने अपनी सत्ता की हनक से सरकारी तंत्र को अंगूठा दिखाते हुए राज्य के निवासियों को नीचा दिखाने में कभी भी पीछे नहीं हटे है।
लक्ष्मी कपरूवान अग्रवाल ने सीएम पुष्कर धामी से प्रेमचंद अग्रवाल को बर्खास्त करने की और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी से प्रेमचंद अग्रवाल की विधायकी रद्द करने की मांग की है। इस मौके पर अभिनव ठाकुर ब्लॉक अध्यक्ष, भास्कर चुग प्रदेश प्रवक्ता सेवादल, विकास शर्मा प्रदेश सचिव, सुभाष चंबेल, धीरेंद्र तरियाल, भुवन चंद्र पंत, साजिद, अनुपम कपिल, सुनील तोमर, अशोक जांगड़ा, तनवीर आलम, राजीव शर्मा, एजाज आलम , पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष नीरज अग्रवाल ,पिंकी रावत, रुबीना आदि मौजूद थी।
उक्रांद ने भी फूका मंत्री का पुतला
उत्तराखंड क्रांति दल महानगर इकाई द्वारा प्रेम चंद अग्रवाल का पुतला दहन कर सरकार से उनका इस्तीफा मांगा। दल ने कहा कि धर्म नगरी ऋषिकेश में सुरेन्द्र सिंह नेगी युवक के साथ हुई मार पिटाई व गन्दी गालियां देकर प्रेम चंद अग्रवाल ने मंत्री पद कि गरिमा का तार तार कर दिया, इससे केवल भाजपा के चाल चेहरा चरित्र का नुमाइस के साथ साथ पहाड़ विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन प्रेम चंद अग्रवाल के द्वारा किया गया। यह घटना सबसे ज्यादा शर्मसार धामी सरकार के लिए है। प्रेम चंद अग्रवाल यही नहीं ऐसी कई घटनाओं को पहले भी अंजाम दे चुके है।उक्रांद का स्पष्ट मानना है कि सरकार का मुखिया पुष्कर सिंह धामी, प्रेम चंद अग्रवाल को मंत्री मण्डल से अविलम्ब बर्खास्त करें।
कार्यक्रम में सुनील ध्यानी, दीपक गैरोला, शिव प्रसाद सेमवाल, बिजेंद्र रावत, विपिन रावत, सुलोचना ईष्टवाल, उत्तम रावत, राजेंद्र प्रधान,किरन रावत कश्यप, राजेंद्र गुसाई,दीपक रावत, प्रभात डंडरियल, दीपक मधवाल,सागर भंडारी,मंजू रावत,, सरोज रावत, नैना लखेड़ा, सरोजनी नेगी, पूनम ध्यानी, आशा रावत आदि थे।
महिला कांग्रेस ने भी किया विरोध
महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती ज्योति रौतेला के नेतृत्व में जिला अध्यक्ष अंशुल त्यागी सहित महिला कांग्रेस नेत्रियों नें भाजपा से कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को बर्खास्त किये जाने की मांग को लेकर आवास का घेराव किया तत्पश्चात शव यात्रा निकाल कर पुतला दहन किया।
इस दौरान महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती ज्योति रौतेला नें कहा कि विगत दिवस राष्ट्रीय राज मार्ग श्रृषिकेश में अपनी विधानसभा के व्यक्ति की समस्याओं को दूर करने के बजाय प्रदेश के वित्त एंव संसदीय कार्य मंत्री द्वारा बीच सड़क में ही अपनी विधानसभा के मजबूर व्यक्ति को दॊडा़-दॊडा़कर मारने की घटना ने पूरे उत्तराखण्ड की जनता ऒर देवभूमि की संस्कृति को अपनी छवि से शर्मसार कर दिया हैं।
ज्योति रौतेला ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मंत्रीमंडल से मंत्री को तत्काल बर्खास्त करने एंव सड़क के बीचों- बीच अराजकता एंव जनता में भय ऒर आंतक की घटना करने वाले मंत्री के ऊपर गुन्डा एक्ट लगाकर गिरफ्तार करके कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की माँग की।
उन्होनें कहा कि मंत्री प्रेम चन्द्र अग्रवाल पहले भी विवादों में रहे हैं विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए विधानसभा के भीतर गुपचुप नियुक्तियों में भी मंत्री का बड़ा हाथ रहा हैं। विगत दिवस मंत्री द्वारा अपनी विधानसभा के गरीब मजलूम व्यक्ति की गुहार को सुनने के बजाय उसकी राष्ट्रीय राजमार्ग में बलवा करने की जो दहशत पॆदा की थी वह वीडियो में रोंगटे खड़े करने वाली हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को तत्काल मंत्रीमंडल से बर्खास्त करना चाहिए वरना मंत्री के बाद संसदीय कार्यमंत्री का महत्वपूर्ण जिम्मा हैं। राज्य के एक मंत्री द्वारा स्वयं ऎसी घटना पॆदा करके राज्य की कानून व्यवस्था पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाकर मुख्यमंत्री की कार्यशॆली पर बडा़ काला धब्बा लगा दिया हैं।
उन्होनें कहा कि यह राज्य के मूल निवासियों के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस वोट की ताकत से भाजपा को उन्होंने राज्य की गद्दी पर बैठाया, उसी सरकार के मंत्री बीच सड़क पर अपने गनर और पीए के साथ राज्य के युवकों को बेरहमी से पीट रहे हैं.
उन्होनें कहा कि इस घटना से उत्तराखंड की छवि धूमिल हुई है। चाहे अपने बेटे को कोरोना की आड़ में सरकारी विभाग में नौकरी दिलाना हो या विधानसभा में नौकरियों की बंदरबांट करना हो, प्रेमचंद अग्रवाल अपनी सत्ता की हनक से सरकारी तंत्र को अंगूठा दिखाते हुए राज्य के निवासियों को नीचा दिखाने में कभी भी पीछे नहीं रहे हैं. उन्होंने सीएम पुष्कर सिंह धामी से प्रेमचंद अग्रवाल को बर्खास्त करने की और विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी से प्रेमचंद अग्रवाल की विधायकी रद्द करने की मांग की है।