अभाविप केन्द्रीय कार्यसमिति बैठक में पर्यावरण से जुड़े विषयों पर हुआ संवाद
देहरादून। दून विश्वविद्यालय, देहरादून में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की केन्द्रीय कार्यसमिति बैठक के दूसरे दिन शैक्षणिक विषयों के साथ-साथ पर्यावरण से जुड़े विषयों में युवाओं की भूमिका तथा भारतीय युवा पीढ़ी की इक्कीसवीं सदी में नेतृत्वकारी भूमिका आदि विषयों पर चर्चा हुई। बैठक में पूरे देश से आए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) कार्यकर्ताओं ने शिक्षा, पर्यावरण सहित विभिन्न मुद्दों पर विद्यार्थियों के रचनात्मक व परिवर्तनकारी भूमिका पर अपने विचार व्यक्त किए।
बैठक में वर्तमान में देश के शैक्षणिक परिदृश्य में परिवर्तन तथा सुधार, युवाओं व समाज से जुड़े विषयों में विद्यार्थियों की सकारात्मक भूमिका, पर्यावरण संरक्षण व सतत विकास तथा नए भारत की वैश्विक स्तर पर नेतृत्वकारी भूमिका जैसे विषयों पर चर्चा की गई।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से विश्व में आज में व्यापक बदलाव हो रहे हैं। आज की युवा पीढ़ी को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके क्रियाकलापों से आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवन यापन में मुश्किलें न हों। आज उपलब्ध संसाधनों का उपयोग भी संभाल कर करना होगा। विश्व के कई देश अपनी शोषणकारी प्रवृत्ति के कारण मुश्किलों में हैं। पर्यावरण से जुड़े विषयों में युवाओं को नेतृत्वकारी भूमिका में आकर इसके संरक्षण व सतत् विकास की धारणा में अपनी भूमिका तय करनी होगी। भारत में वर्तमान की युवा पीढ़ी अनेक संभावनाओं से युक्त है। युवाओं के विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व से आज देश सकारात्मक परिवर्तन देख रहा है।”
उत्तराखंड प्रदेश मंत्री रितांशु कंडारी ने कहा कि,” उत्तराखंड का युवा विभिन्न क्षेत्रों में लगातार बेहतर कर रहा है। प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों को गति दी जानी चाहिए, जिससे रोज़गार सृजन सहित नए अवसरों का सृजन हो सके। प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन सहित स्कूलों, महाविद्यालयों व अन्य शैक्षणिक संस्थानों में नई आवश्यकताओं के अनुसार बुनियादी ढांचे के विकास सहित विभिन्न कदम उठाए जाने चाहिए।