देहरादून। एसटीएफ ने फर्जी वेबसाइट से फर्जी कंपनी के जरिए फर्जी ट्रेडिंग का लालच देकर 1200 करोड़ के स्कैम करने वाले गिरोह के एक और सदस्य को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी पर 10 हजार का ईनाम घोषित था। एसटीएफ अब तक इस मामले में कुल 13 आरोपियों की पहचान कर 06 की गिरफ्तारी, 04 अभियुक्तो को नोटिस तथा 03 अभियुक्त के विरूद्व लुक आउट सर्कुलर जारी कर चुकी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने जानकारी दी कि साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन पर दिनांक सितंबर 2021 को दर्ज मामले मे अज्ञात व्यक्ति द्वारा व्हाटसएप पर मैसेज भेजकर जिसमें (सोना/रेडवाईन) मसाले आदि चीजों की चीन से आनलाइन ट्रेडिग पर इन्वेस्टमेंट करके ज्यादा मुनाफा कमाने का प्रलोभन देकर विभिन्न तिथियों में भिन्न-भिन्न खातों में 15 लाख रुपए की ठगी की गयी।
पुलिस टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त विभिन्न बैक खातो एवं मोबाईल नम्बरों की जानकारी लेकर विश्लेषण किया गया। इनके विश्लेषण से इस मामले में मनी-लांड्रिग व चाईनिज कनेक्शन होना प्रकाश में आया । जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुये, 01 अभियुक्त रोहित कुमार को पंजाब के फरीदकोट (पाकिस्तान बार्डर) से, 02 अभियुक्तों को भोपाल म0प्र0 से एवं 01 अभियुक्त को राउरकेला उड़ीसा से गिरफ्तार किया गया तथा मुम्बई के एक फिल्म निर्माता की संलिप्तता पाये जाने पर 41 (A) सीआरपीसी का नोटिस तामील कराया गया । विवेचना के क्रम में दिल्ली में स्थित कम्पनियों पर कार्यवाही करते हुए 03 आरोपियों के विरूद्व न्यायालय से गैर जमानती वांरट प्राप्त करते हुये लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया तथा 03 आरोपियों को 41 (A) सीआरपीसी का नोटिस तामील कराया गया। इसके अतिरिक्त नेपाली मूल के अन्य अभियुक्त जो कि दुबई और नेपाल में पैसे भेजने वाले हवाला संचालक का काम कर रहा था जिसे विगत माह दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में न्यूनतम 1200 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है।
मामले में अब पुलिस टीम द्वारा खाताधारक की जानकारी प्राप्त कर खाताधारक के सम्बन्ध में साक्ष्य एकत्रित करते हुये अभियोग में 10 हजार रुपये के ईनामी अभियुक्त अश्वनी कुमार पुत्र चंद्रमणि तिवारी मूल निवासी ग्राम व पोस्ट भभुआ थाना भभुआ जनपद कैमूर बिहार व हाल निवासी मकान नंबर 2 3rd फ्लोर मंगल बाजार रोड विजय विहार उत्तम नगर थाना बिंदापुर दिल्ली उम्र 36 वर्ष को नई दिल्ली से गिरफ्तार करते हुये घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन, डेबिट कार्ड व लैपटॉप बरामद किया गया।
आरोपियों द्वारा फर्जी कम्पनी बनाकर आमजनता को आनलाईन ट्रेडिंग की बात बताकर फर्जी बेवसाइट के माध्यम से पैसे कमाने का लालच देकर आनलाईन धोखाधडी करना व अभियुक्तो व पकडे गये सहअभियुक्त द्वारा भारत के अलग-अलग कोनो मे दर्जनो फर्जी कम्पनी बनायी गयी थी। साईबर अपराधियो द्वारा फिल्मो की स्क्रीनिंग के नाम पर करोडो रुपये क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से भारत से बाहर भेजे गये । अपराध मे प्रयुक्त बैवसाईट डिटेल से प्रतीत होता है कि चह बैवसाइट हांगकांग व सिगांपुर मे बनायी गया थी ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ ने जनता से अपील की कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन टिकट को बुक कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें। आजकल वर्तमान मे ऐसे बहुत सारे आनलाईन लोन देने वाले एप्प आ गये है जिनको RBI द्वारा अधीकृत नही किया गया है । साईबर अपराधी आम लोगो को ऐसे एप्प डाउनलोड करवाकर डाटा एकत्रित कर ब्लैकमेलिंग का प्रयास करते है ऐसे किसी भी लोन एप्प के बारे मे जानकारी प्रप्त होने पर बैंक के सज्ञान मे जरुर लाये। व तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें । इसके अतिरिक्त गिरफ्तारी के साथ-साथ साईबर पुलिस द्वारा जन जागरुकता हेतु अभियान के अन्तर्गत हैलीसेवा वीडियो साइबर पेज पर प्रेषित किया गया है। जिसको वर्तमान समय तक काफी लोगो द्वारा देख कर शेयर किया गया है।