
देहरादून। कांग्रेस ने पार्टी उपाध्यक्ष अकील अहमद की 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। हालांकि इसे पार्टी के द्वारा देर से लिया गया फैसला बताया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि अकील अहमद के द्वारा लगातार अनर्गल बयानबाजी की गयी जिससे पार्टी की छवि पर विपरीत असर पड़ा। उनको 8 फर्वरी को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था।
गौरतलब है की मुसलिम यूनिवर्सिटी के मामले मे प्रदेश उपाध्यक्ष का बयान फजीहत करने वाला साबित हुआ। पार्टी के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत लगातार इसे उनके खिलाफ षड्यंत्र करार देते रहे हैं। यहाँ तक की रावत उन्हें पहचानने से भी इंकार कर रहे हैं। रावत का कहना है कि उनको एक प्लान के तहत हरिद्वार ग्रामीण में भी जिम्मेदारी दी गई। क्योंकि पिता के साथ ही बेटी को भी ठिकाने लगाने की साजिश थी। हरीश रावत अकील अहमद को पार्टी उपाध्यक्ष बनाने और हरिद्वार ग्रामीण का प्रभारी बनाने को लेकर वह पीसीसी को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। वहीं रावत समर्थक उनकी राजनीतिक हत्या की आशंका जता रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मामला कांग्रेस की राजनीति मे नया मोड़ ले सकता है। क्योंकि रावत विपक्ष के साथ अपनो के निशाने पर भी है।