बचाव मे उतरी भाजपा ने कहा कि कोठियाल के अनुभवों का लाभ लेगी सरकार
कोठियाल बोले 147 लोग अभी भी दबे है मलवे मे
देहरादून। उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण सलाहकार परिषद के अध्यक्ष तथा भाजपा नेता कर्नल अजय कोठियाल के धराली आपदा के बाबत वॉयरल वीडियो से प्रदेश की सियासत गरमा गयी है।
हाल ही में यूकॉस्ट के विश्व आपदा सम्मेलन में बोलते हुए कर्नल कोठियाल ने 5 अगस्त को आई धराली आपदा को लेकर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि धराली के मलबे में 147 लोग अभी भी दबे हैं और उन्हे निकाला जा सकता है। कोठियाल ने राज्य मे आपदा के ढांचे पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि धराली आपदा का अध्ययन करने गए वाडिया, यू कॉस्ट के वैज्ञानिक धराली में ही बैठे रहे और वैज्ञानिक भी ग्राउंड जीरो पर नहीं गए। उन्होंने ‘निम’ नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ मोंटेनियरिंग के दो इंस्ट्रक्टर को सम्बंधित पहाड़ी पर चढ़ाकर वीडियो बनवाया और सरकार को रिपोर्ट सौंप दी।
कोठियाल ने कहा कि धराली में वैज्ञानिकों ने ब्लेम गेम खेला। सेना ने 10 दबे लोगों को।निकाला। कर्नल कोठियाल ने कहा कि धराली में एनडीआरएफ ,आईटीबीपी व सेना से उनकी विशेषज्ञता के हिसाब से काम नहीं लिया गया। 12वीं पास से क्लास 2 का काम करवाया गया। कर्नल कोठियाल ने कहा कि धराली में बचे लोग गुमसुम हो गए हैं। सेना की तरह सिस्टम को भी लापता लोगों की खोज करनी चाहिए। उन्हें मोक्ष नहीं मिला है।
गौरतलब है कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक धराली आपदा पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई। जबकि लापता (मृत्यु-पंजीकरण हेतु अनुमोदित): लगभग 67 लोग, जिनमे 25 नेपाली नागरिक शामिल हैं। कोठियाल के सवालों के सामने अब धराली आपदा को लेकर कई आशंकाए जन्म लेने लगी है।
4 दिसंबर को धराली आपदाग्रस्तत क्षेत्र का दौरा करेगा कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल
मामले मे कांग्रेस ने सरकार की कार्यशैली और आपदा प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठाये हैं। कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि उत्तराखंड सरकार में उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण सलाहकार परिषद के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे दायित्वधारी कर्नल अजय कोठियाल के हालिया खुलासों ने धराली आपदा को लेकर धामी सरकार की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
गोदियाल ने कहा कि कर्नल कोठियाल के बयान ने स्पष्ट किया है कि सरकार द्वारा पेश किए गए आंकड़े अधूरे और भ्रामक हैं तथा धराली में राहत और पुनर्वास कार्यों में भारी लापरवाही बरती गई है।इसी संदर्भ में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गणेश गोदयाल ने यह निर्णय लिया है कि उत्तराखंड कांग्रेस का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल जिसमें वह स्वयं शामिल रहेंगे। आगामी 4 दिसंबर, गुरुवार को उत्तरकाशी के धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण करेगा।
प्रतिनिधिमंडल स्थानीय पीड़ित परिवारों से मिलकर वास्तविक स्थिति की जानकारी लेगा और प्रशासनिक स्तर पर हो रही अनदेखी का प्रत्यक्ष आंकलन करेगा। धराली से लौटकर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उस रिपोर्ट को इस उम्मीद के साथ महामहिम राज्यपाल को सौंपा जाएगा की राज्यपाल महोदय और केंद्र सरकार उत्तराखंड की सरकार पर दबाव बनाएं ताकि स्थानीय लोगों की अपेक्षा अनुरूप आपदा ग्रस्त क्षेत्र में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाएं, पुनर्निर्माण और पुनर्वास के कार्य बिना विलंब के हो ।
गोदयाल ने यह भी कहा कि जब आपदा आई थी तो तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष करन महारा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र में गया था और अब कर्नल कोठियाल के खुलासे के बाद पुनः उत्तराखंड कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल उस क्षेत्र में जाएगा और आकलन करेगा कि पिछले 4 महीने में सरकार और शासन प्रशासन द्वारा किए जा रहे दावों की सच्चाई क्या है? गोदियाल ने यह भी कहा कि 2013 की दैवीय आपदा के बाद कांग्रेस हाई कमान ने इसी बात पर प्रदेश के कांग्रेस के मुख्यमंत्री को अपदस्थ कर दिया था क्योंकि उन्होंने आपदा कार्यों में रुचि नहीं दिखाई और ईमानदारी से काम नहीं किया। लेकिन वर्तमान की केंद्र सरकार आपदाओं और आपदाग्रस्त क्षेत्रों के प्रति गंभीर और संवेदनशील नहीं दिखाई पड़ती
गोदियाल ने कहा कि “जब मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि ही धराली की स्थिति पर सरकार की पोल खोल रहे हैं, तो यह स्पष्ट है कि सरकार ने जनता से जानकारी छुपाई है। धराली के लोग आज भी राहत और न्याय की प्रतीक्षा में हैं, लेकिन सरकार आंकड़ों और बैठकों में उलझी है। कांग्रेस इस मानवीय त्रासदी को राजनीति का विषय नहीं, बल्कि संवेदना और जिम्मेदारी का विषय मानती है।
आपदा विशेषज्ञ और कार्यकर्ता के नाते कोठियाल की सलाह को गंभीरता से लेगी सरकार: चमोली
भाजपा ने दायित्वधारी कर्नल कोठियाल को लेकर वायरल जानकारी पर स्पष्ट किया कि सरकार ने सभी संभव उपायों से थराली में राहत बचाव कार्य संपन्न किए हैं। फिर भी हमारे एक वरिष्ठ और रेस्क्यू में अनुभवी कार्यकर्ता के तथ्यों को पार्टी गंभीरता से लेगी और सरकार भी यथोचित कार्रवाई करेगी। वहीं विपक्ष से भी आग्रह किया, तथ्यों के पूर्णतया निष्कर्ष से पूर्व किसी भी तरह की राजनैतिक बयानबाजी से बचना चाहिए।
पार्टी मुख्यालय में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए वरिष्ठ विधायक एवं प्रदेश प्रवक्ता विनोद चमोली ने कहा कि कर्नल कोठियाल ने थराली आपदा को लेकर जो भी तथ्य कहे हैं उस पर पार्टी गंभीरता से विमर्श करते हुए, जरूरत अनुसार सरकार उस पर निर्णय लेगी। पार्टी का मत स्पष्ट है कि कार्यकर्ता यदि कोई बात कहता है तो नेतृत्व उसे संज्ञान में लेता है है। जहां तक सरकार का प्रश्न है तो उनके पास सूचना एवं आंकड़े जुटाने के कई माध्यम हैं। जब भी कोई आपदा आती है और दुर्भाग्य से आपदाग्रस्त प्रदेश है। सबसे पहले प्राथमिकता होती है, घायलों एवं प्रभावितों की जान बचाना है। दुर्भाग्य से जिन्हें बचाया नहीं जा सका, उनके आंकड़े जुटाने में भी दिक्कत होती है। केदारनाथ आपदा के समय भी सभी ने देखा होगा कि आज तक उस त्रासदी में मृत लोगों का पूरा आंकड़ा स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कर्नल कोठियाल एक वरिष्ठ कार्यकर्ता होने के साथ आपदा बचाव अभियान के विशेषज्ञ हैं और उन्होंने केदारनाथ आपदा में बहुत काम किया है। लिहाजा विशेषज्ञता के आधार पर उनके पास जो भी अतिरिक्त जानकारी होगी, पार्टी नेतृत्व उनसे चर्चा करेगा। यहां उन्होंने एक और बात स्पष्ट की कि कर्नल कोठियाल एक फौजी हैं, लिहाजा एक सैनिक की भांति उन्हें जो दिखा या लगा, उन्होंने उसे सीधा सीधा कह दिया। चूंकि बहुत प्रशासनिक एवं व्यवहारिक तथ्य भी थे, जिनका जिक्र उन्होंने तत्काल नही किया। लिहाजा उनका यह पूरा बयान एकतरफा सा प्रस्तुत हो गया है। लेकिन हम एक राजनीतिक दल है और हम एक एक कार्यकर्ता के प्रति गंभीर है। निश्चित तौर पर उनसे बात की जाएगी कि किस आधार पर उनके द्वारा आपदा से जुड़े तथ्यों को प्रस्तुत किया गया। उन्होंने उम्मीद करती कि इस पूरे मसले पर सरकार भी गंभीरतापूर्वक विचार करेगी। यदि इससे कहीं भी सुधार की गुंजाइश होगी तो उसपर अवश्य बढ़ा जाएगा।
उन्होंने कांग्रेस के बयानों पर उन्होंने स्पष्ट किया कि एक विपक्षी दल के नाते वे अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहे है। लेकिन फिर भी हमारा आग्रह है कि बिना पूरी बात को समझे किसी भी राजनैतिक सामाजिक व्यक्ति को टीका टिप्पणी करने से बचना चाहिए। यह विषय राजनीति का नही है, जो जानकारी में आ रहा है उस पर तो सरकार विचार करेगी ही।

