एम्स गुवाहाटी अध्यक्ष ने स्वास्थ्य जागरूकता और शुरुआती जांच की अपील की
देहरादून/कोलकाता। गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर, देश के प्रतिष्ठित आर्थोपेडिक सर्जन एवं एम्स गुवाहाटी के अध्यक्ष पद्म श्री डॉ. बी.के.एस. संजय ने एस.बी. देवी चैरिटी होम, कोलकाता में स्वास्थ्य, वेलनेस, जागरूकता और निवारक स्वास्थ्य जांच के महत्व पर एक ज्ञानवर्धक व प्रेरणादायी व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का स्वास्थ्य केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि राष्ट्रीय प्रगति का आधार है। उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति और अधिक जिम्मेदार बनने के लिए प्रेरित किया।
डॉ. संजय ने देश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं (RTA) को राष्ट्रीय मानव संसाधन और स्वास्थ्य ढाँचे पर गंभीर बोझ बताते हुए गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने “रोकथाम इलाज से बेहतर है” के सिद्धांत को रेखांकित करते हुए नागरिकों से स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, नियमित स्वास्थ्य जांच कराने और सड़क पर जिम्मेदार व अनुशासित व्यवहार करने की अपील की। उनके अनुसार, “व्यक्ति का स्वास्थ्य केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि राष्ट्रीय प्रगति का आधार है।”
एस.बी. देवी चैरिटी होम द्वारा किए जा रहे मानवीय कार्यों की सराहना करते हुए डॉ. संजय ने कहा कि यह संस्था बुजुर्गों, जरूरतमंदों और वंचितों की सेवा को गरिमा, संवेदना और समर्पण के साथ निभाकर समाज के लिए प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत कर रही है।
संस्थान के निदेशक ने अपने वक्तव्य में कहा कि पद्मश्री डॉ. बी.के.एस. संजय का आगमन उनके लिए गौरवपूर्ण क्षण है। उन्होंने बताया कि नियमित स्वास्थ्य जागरूकता और निवारक जांच न केवल रोगों का बोझ कम करती है, बल्कि स्वास्थ्य खर्च घटाकर राष्ट्र के समग्र विकास को भी तेज गति देती है—जो अंततः भारत की “राष्ट्र–स्वास्थ्य और राष्ट्र–समृद्धि” को सशक्त बनाती है।
इस अवसर पर शेखर चट्टोपाध्याय एवं श्रीमती सुनीपा चट्टोपाध्याय ने डॉ. संजय को शॉल और प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया। उनके समाजहित में उल्लेखनीय योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए।
कार्यक्रम में डॉ. ए.के. मुखर्जी, डॉ. तपस कुमार जाना, डॉ. विकास तथा संस्थान के अन्य सदस्य एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।