कांग्रेस नेता ध्रुव कुमार शैंकी ने तिवारी की पुण्य तिथि पर की पीएम से घोषणा की मांग
हरिद्वार। उत्तराखंड किसान कांग्रेस के महासचिव ध्रुव कुमार शैंकी ने
कुमायूँ विश्वविद्यालय नैनीताल का नाम महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पर्वत पुत्र विकास पुरुष स्व. पं. नारायण दत्त तिवारी जी के नाम पर करने की मांग की है।
प्रधानमंत्री को भेजे पत्र मे शैंकी ने कहा कि उत्तराखण्ड के तीन महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व विभूतियों में स्व. पंडित गोविन्द बल्लभपंत, स्व हेमन्ती नन्दन बहुगुणा जी एवं स्व पं. नारायण दत्त तिवारी जी थे। जिन्हें विकास एवं शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान हेतु उत्तराखण्ड प्रदेश सहित सम्पूर्ण देश में जाना जाता है। पहाड के एक छोटे से गाँव से संघर्ष करते हुए स्व. पं. नारायण दत्त तिवारी मात्र 14 वर्ष की बाल्यावस्था में देश की आजादी के लिए स्वतंत्रता संग्राम की लडाई में कूद चुके थे।
स्व नारायण दत्त तिवारी इलाहाबाद विश्वविद्यालय के “छात्र संघ अध्यक्ष” रहे एवं उसके बाद उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे। केन्द्र सरकार में विभिन्न विभागों वित्त, वाणिज्य, विदेश मंत्री रहे तथा उत्तराखण्ड राज्य के प्रथम निर्वाचित सरकार में मुख्यमंत्री रहें। वहीं उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री के रूप में शैक्षिक जगत, औद्योगिक क्रांति एवं स्वास्थ्य सेवायें बेहतर करने के लिए पं० नारायण दत्त तिवारी जी को सदियों तक याद किया जाता रहेगा। भारत सरकार द्वारा पंतनगर स्थित कृषि विश्वविद्यालय का नाम गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्यागिकी विश्वविद्यालय पंतनगर रखा गया। गढवाल विश्वविद्यालय का नाम हेमवन्ती नन्दन बहुगुणा विश्वविद्यालय गढवाल रखा गया है।
उन्होंने कहा कि 18 अक्टूबर 2025 को स्व. नारायण दत्त तिवारी की जन्म शताब्दी एवं पूण्य तिथि है। इस अवसर पर कुमायूँ विश्वविद्यालय नैनीताल का नाम “स्व० पं० नारायण दत्त तिवारी जी” के नाम से रखने की घोषणा की जाए।
