देहरादून। राज्य मे हुई विभिन्न भर्तियों मे परीक्षा कराने वाली एजेंसी की भूमिका अब जांच मे सामने आ रही है। ऑनलाइन वन दरोगा की भर्ती कराने वाली एजेंसी भी मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले मे लिप्त होने की वजह से ब्लैकलिस्ट निकली। एसटीएफ की पड़ताल मे यह तथ्य सामने आये है।
बताया जाता है कि उत्तराखंड मे वन दरोगा की परीक्षा कराने वाली एनएसईआईटी लिमिटेड कंपनी को परीक्षा से एक माह पहले सितंबर 2021 में मध्य प्रदेश सरकार ने ब्लैक लिस्ट किया था। इससे आयोग के अधिकारियों की भूमिका पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए है। गौरतलब है कि आयोग के अध्यक्ष के. एस राजू इस्तीफा दे चुके है और सचिव संतोष बडोनी को सस्पेंड किया गया है।
एनएसईआईटी कंपनी ने मध्य प्रदेश में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने कृषि विस्तार अधिकारी, नर्सिंग और ग्रुप दो की सहायक संप्रेक्षक समेत 10 परीक्षाएं ऑनलाइन कराई थीं। यह परीक्षाएं जनवरी से फरवरी 2021 के बीच कराई गई थीं। इन पर सवाल उठे तो मध्य प्रदेश सरकार ने जांच कराई।साइबर पुलिस ने जांच के दौरान कृषि विस्तार अधिकारी, नर्सिंग और ग्रुप दो की सहायक संप्रेक्षक की परीक्षा में धांधली सामने आई। इसके बाद इन परीक्षाओं को रद्द कर कंपनी को ब्लैक लिस्टेड किया गया।एसटीएफ का मानना है कि कंपनी की भूमिका संदिग्ध है। अन्य प्रदेशों से भी इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। जांच के बाद इसमें और भी खुलासे हो सकते हैं।
उत्तराखंड मे भी व्यापम की तरह ही धांधली की गयी। परीक्षा केन्द्रों पर पेपर डाउनलोड से लेकर नकल के लिए कई तरीके अपनाएँ गये। विगत दिवस एसटीएफ ने हरिद्वार के दो लोगो को गिरफ्तार किया है। इसमे वीडियो, वीपीडीओ घपले मे गिरफ्तार शशिकांत की भूमिका को लेकर एसटीएफ जांच कर रही है।