देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक मे एसटीएफ की जांच जेसे जैसे आगे बढ़ रही है तो एक से एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे है। एसटीएफ ने मामले मे मुख्य आरोपी और मास्टर माइंड केंद्रपाल पुत्र भीम सिंह निवासी टीचर कॉलोनी धामपुर को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ अब तक 24 वीं गिरफ्तारी कर चुकी है। केन्द्रपाल ने पूछताछ मे कई खुलासे किये है।
एसटीएफ ने बताया कि केंद्रपाल वर्ष 1996 में टेंपो चलाता था एवं उसके बाद कुछ वर्षों तक रेडीमेड दुकान पर काम तथा उसके बाद कपड़ों की सप्लाई का काम भी किया। इस दौरान वह वर्ष 2011 2012 में प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने के गिरोह में जुड़ गया
वर्ष 2012 में केंद्रपाल की पूर्व में गिरफ्तार चंदन मनराल से धामपुर के एक व्यक्ति के माध्यम से मुलाकात हुई थी। चंदन मनराल एवं हाकम सिंह वर्ष 2011 से काफी करीबी मित्र हैं
वर्ष 2011-12 में ही केंद्र पाल की मुलाकात पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त हाकम सिंह से हरिद्वार के एक लेबर कांट्रेक्टर के माध्यम से हुई थी क्योंकि हाकम सिंह भी हरिद्वार में रहता था वहीं से काफी करीब दोस्त हो गए थे। हाकम सिंह रावत का केंद्रपाल के घर पर आना जाना था। केंद्रपाल की मुलाकात पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त जगदीश गोस्वामी से वर्ष 2019 में ही जागेश्वर अल्मोड़ा में एक मंदिर में हुई थी वहीं से दोस्त बन गए थे
गिरोह से जुड़ने के बाद केंद्रपाल ने अपराध से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की। इससे उसने करीब 12 बीघा जमीन धामपुर में ली और एक आलीशान मकान धामपुर मे बनाया। केन्द्रपाल सांकरी में हाकम सिंह के साथ रीजोर्ट में पार्टनर भी है। इसके अलावा उसने कई अन्य संपत्तियां भी जोड़ी है जिनकी जांच की जा रही है।